16अप्रैल 2022//चैत्र शुक्ल पूर्णिमा /चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/
आज 16 अप्रैल दिन शनिवार तीर्थंकर पदम प्रभ जी का है ज्ञान कल्याणक , पभोसा ( प्रभाषगिरि ) पर हुआ था |
आज के ही दिन दोपहर के समय चित्रा नक्षत्र में प्रियंगु वृक्ष के नीचे केवलज्ञान की प्राप्ति हुई थी | दर्शन करें इस कल्याणक क्षेत्र के –आज के दिन यहाँ केशर बरसती है
कौशांबी नगरी में 6 माह के कठोर तप के बाद, छठे तीर्थंकर श्री पदम प्रभु जी को, मनोहर वन में अपरन्ह काल में प्रियंगु वृक्ष के नीचे केवल ज्ञान की प्राप्ति हो गई । तब सौ धर्मेंद्र की आज्ञा से , कुबेर ने तत्काल 114 किलोमीटर विस्तार के समोशरण की रचना की ।
आपके 111 गणधर थे और केवल्य काल एक लाख पूर्व ,16 पुरवांग, 6 माह का रहा। पावन दिन था चैत्र शुक्ल की पूर्णिमा जिस दिन तीर्थंकर पदम प्रभु जी को केवल ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।
बोलिए, पदम प्रभु भगवान के केवल ज्ञान कल्याणक की जय जय जय।