बेहद दुखद खबर प्रतिष्ठाचार्य वाणी भूषण हम सबके दिल में बसने वाले पंडित ऋषभ कुमार जी रामगढ़ वालों का कोरोना से देवलोकगमन हो गया है।
प्रतिष्ठाचार्य ऋषभ कुमार जी शास्त्री रामगढ़ राजस्थान निवासी प्रतिष्ठाचार्य धर्मानुरागी पण्डित ऋषभ कुमार जी शास्त्री रामगढ़ राजस्थान निवासी नागपुर वाले अब हमारे बीच में से अचानक चले गये, वे अब हमारे बीच में नहीं रहे।
वे परम पूज्य ज्ञानयोगी प्रज्ञाश्रमण सारस्वताचार्य देवनन्दि गुरुदेव के परम शिष्य बाल ब्रह्मचारी एवं सप्तम प्रतिमा धारी थे, विधि विधान प्रतिष्ठा महोत्सव को अत्यंत शुद्धता पूर्वक विधि पूर्वक संपन्न कराते थे।
वे अत्यंत सात्विक सहज-सरल और मिलनसार प्रकृति के इन्सान थे, सामायिक प्रतिक्रमण स्वाध्याय जप तप पूजन अभिषेक स्तोत्र पाठ आदि को नियमित रूप से करते थे। दो दिन पहले ही उनको कोरोना पोजिटिव हुए, डूंगरपुर अस्पताल में भर्ती होते उन्होंने फोन पर बताया कि मेरी तबियत खराब है श्वास लेने में परेशानी हो रही है आक्सीजन लेवल कम है, पूज्य आचार्य श्री गुरुदेव ने उन्हें सम्बोधन दिया मन्त्र सुनाया।
लगातार वे गुरुदेव के संपर्क में बने रहे। आज सुबह से ही उनको मन्त्र पाठ सुनाते हुए चारों प्रकार के आहार पानी औषधी का गुरुदेव ने उन्हें त्याग करा दिया था। करीब आज 9/30 बजे उनका शान्त परिणाम पूर्वक समाधि मरण हो गया है। पण्डित जी के अचानक चले जाने समाज की अपूरणीय क्षति हुई है जिसकी पूर्णता होना मुश्किल है।
जिनका अंतिम संस्कार 12:30 पर सुरपुर मोक्ष धाम पर अंतिम संस्कार कोविड नियमो का पालन करते हुए किया ,
पंडित जी के स्वर्गवास से सम्पूर्ण जैन समाज को बहुत क्षति हुई है।
जैन समाज दुखी एवम स्तब्ध है।
में परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना करता हु की दिवंगत आत्मा को प्रभुचरनो मै स्थान प्रदान करे।एवम सभी परिवार जन को इस संकट में सहन शक्ति प्रदान करे।ॐ शांति।