#पालगंज जैन मंदिर में अजैन परिवार ने रखी गुल्लक, रजिस्टर, कर्मचारी भी – न करें गुप्त दान, न गुल्लक में पैसा डालें, रशीद लिए बिना राशि नहीं

0
1977

पालगंज जैन मंदिर में दान की पक्की ( प्रामाणिक) रशीद लिए बिना राशि एवं वस्तु का दान न करें)
श्री सम्मेद शिखर जी से 17 किलोमीटर पर स्थित है प्राचीन पारसनाथ जैन मंदिर, पालगंज,
1)- इस मंदिर के गुल्लक में पैसा न डालें! यह गुल्लक मंदिर के पड़ोस में रहने वाले एक अजैन परिवार ने रख रखी है!
2)- रजिस्टर में लिख कर पैसा एवं वस्तु ( चांदी के क्षत्र, चंवर, दीपक ) न दें! ये रजिस्टर भी मंदिर के पड़ोस में रहने वाले इसी अजैन परिवार ने रख रखा है!
3)- इस मंदिर में किसी भी प्रकार का गुप्त दान न करें!
इस मंदिर के पड़ोस में रहने वाले इस अजैन परिवार ने अपना एक कर्मचारी भी मासिक वेतन पर मंदिर में जबरन नियुक्त कर रखा है! यह कर्मचारी दरसनार्थियों से दान का आग्रह करता है!
और यात्रियों /दरशनार्थियों को इस मंदिर और प्रतिमा के इतिहास के सम्बन्ध में, मनगढंत, मिथ्या, झूठी, कपोलकल्पित, एक राजा रानी की कहानी सुनाते हैं, जो बिलकुल झूठी है!
.
सुबह से साम तक प्राप्त सारा पैसा एवं वस्तु ( चांदी के क्षत्र, चंवर, दीपक ) गुल्लक का पैसा रजिस्टर का पैसा, आदि इस अजैन परिवार को पहुंचता है!
.
ये सारा जैन यात्रियों को ठग कर प्राप्त पैसा और वस्तु इस पड़ोस के अजैन परिवार के रोजमर्रा के उपयोग में आती है, इसका उपयोग व्यसनों और अधर्म में होता है!
.
( मंदिर के विकाश और व्यवस्था में इन अजैन लोगों का कोई सम्बन्ध नहीं है )
आप सतर्क रहें और सावधान रहें!
.
पालगंज मंदिर के निम्मित आप अपनी दान राशि और दान वस्तु ( चांदी के क्षत्र, चंवर, दीपक ) आदि,
श्री सम्मेद शिखर जी मधुबन स्थित-
.
1 ) तेरापंथी कोठी कार्यालय
2 ) बीसपंथी कोठी कार्यालय
3 ) तीर्थक्षेत्र कमेटी कार्यालय
आदि में दान रशीद प्राप्त कर जमा करें और अपने पैसों का सदुपयोग करें,!
.
आपका पैसा और वस्तु धर्म के काम आये, इन विधर्मी, ठगों, व्यसनियों के नहीं!
-सोशल मीडिया से प्राप्त जानकारी