27 अप्रैल : चैत्र पूर्णिमा- श्री पदमप्रभु जी ने ज्ञान का चन्द्र खिलाया कौशाम्बी नगरी में

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छठें तीर्थंकर श्री पदमप्रभु जी ने 6 माह तक कठोर तप किया और फिर चैत्र पूर्णिमा (जो इस वर्ष 27 अप्रैल को है) को कौशाम्बी नगर में मनोहर वन में प्रियंगुवृक्ष के नीचे अपराह्न काल में केवल ज्ञान की प्राप्ति हुई।

बस फिर क्या था, सौधर्मेन्द्र की आज्ञा से कुबेर ने तुरंत साढ़े नौ योजन विस्तार के समवसरण को तैयार किया। आपके 112 गणधर थे और केवली काल रहा एक लाख पूर्व, सोलह पूर्वांग वर्ष 6 मास का।

बोलिए, छठें तीर्थंकर श्री पद्मप्रभु जी के ज्ञान कल्याणक की जय।