22वें तीर्थंकर श्री नेमिनाथ जी का जन्म यादव वंश में, चित्रा नक्षत्र में शौरीपुर में महाराजा श्री समुदुविजय की महारानी शिवादेवी से श्रावण शुक्ल षष्ठी (जो इस वर्ष 14 अगस्त की है) को हुआ। आपकी आयु दस हजार वर्ष और कद 60 फुट था। आपका ‘नील’ वर्ण था और आपने राज नहीं किया।
राजुल से विवाह के लिये जाते हुए जब भाई श्रीकृष्ण ने अपने मनोरथ के लिये लाखों पशुओं को बंधवा दिया, तो उनके रुदन को देखकर आपको संसार निसार लगा और आपने अपनी पालकी विवाह मंडप की जगह गिरनार पर्वत की ओर ले जाने का निर्देश दिया। वहां आपने इसी श्रावण शुक्ल षष्ठी को ही एक हजार राजाओं के साथ पंचमुष्टि केशलोंच करते दीक्षा ग्रहण कर ली। आपको 4 वर्ष 8 माह तप करने के बाद केवलज्ञान की प्राप्ति हुई।
बोलिए 22वें तीर्थंकर श्री नेमिनाथ जी के जन्म-तप कल्याणक की जय जय जय।