तीर्थंकर मुनिसुब्रतनाथ जी का जन्म भी राजगीर नगर में बैसाख कृष्ण दशमी ( आज 06 मई) को श्रवण नक्षत्र में महाराजा श्री सुमित्र जी महारानी सोमावती के गर्भ में जन्म हुआ। 30 हजार वर्ष की आयु, 170 फीट ऊंचा कद और नीले रंग का शरीर,
तथा आज 6 मई दिन गुरूवार तीर्थंकर मुनिसुब्रतनाथ जी का है तप कल्याणक, राजगीर में रत्नगिरि पर्वत पर हुआ था | आज के ही दिन बंदी हाथी ने वन का स्मरण कर खाना पीना बंद कर दिया, अवधिज्ञान से हाथी के मन की बातें व उसके पूर्व भव का ज्ञान हुआ – तत्क्षण वैराग्य हुआ, श्रवण नक्षत्र में सांयकाल 1000 राजाओं के साथ जिन दीक्षा ली |