12 फरवरी ,शाम 6 बजे डीसीपी ईस्ट श्री अभिजीत सिंह ने बजाज नगर थाने में प्रैस कान्फ्रेंस कर दी जानकारी शहर में टोंक रोड पर महावीर नगर स्थित दिगंबर जैन मंदिर में 4 फरवरी को हुई लूट व नकबजनी की वारदात एक पेशेवर गिरोह ने की थी। वारदात का मास्टरमाइंड अलवर जिले का एक हिस्ट्रीशीटर है। गैंग के सरगना हिस्ट्रीशीटर लोकेंद्र सिंह चौहान ने महावीर नगर स्थित दिगम्बर जैन मंदिर में लूट की साजिश रची थी। वह करीब एक साल पहले इस मंदिर में चौकीदार बनकर रहा था। ऐसे में रुपयों की जरुरत होने पर लोकेंद्र ने वारदात के लिए गैंग तैयार की। इसके बाद वारदात को अंजाम दिया।
वारदात के खुलासे के लिए पुलिस ने मंदिर एरिया के 5 किलोमीटर के दायरे में लगे 200 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले। गैंग के सरगना हिस्ट्रीशीटर लोकेंद्र सिंह चौहान ने महावीर नगर स्थित दिगम्बर जैन मंदिर में लूट की साजिश रची थी।
गैंग में शामिल सभी बदमाश पेशेवर हैं। इसलिए इन्होंने मंदिर पहुंचने पर अपने मोबाइल फोन का उपयोग नहीं किया। घटना से पहले आपस में सम्पर्क में रहने के लिए बदमाशों ने अपने परिचितों से बहाना बनाकर उनके नाम से नई मोबाइल फोन की सिम ली। लूटपाट कर भागने के बाद उसको बंद कर दिया। वहीं, अपनी पहचान छिपाने के लिए काले रंग के मास्क, काले रंग के कपड़े एवं हाथों में दस्ताने पहन कर वारदात को अंजाम दिया गया। इस वारदात का खुलासा करने के लिए डीसीपी पूर्व अभिजीत सिंह के निर्देशन में एसीपी महेंद्र शर्मा, बजाज नगर थानाप्रभारी रमेश सैनी सहित करीब 10 अफसरों के निर्देशन में 50 पुलिसकर्मियों की टीम ने सात दिनों तक काम किया।