जहां तक कोई पूछे नहीं, सलाह न मांगे, तब तक न तो बोलना- न ही सलाह देना चाहिए,यदि कोई पूछे तो आदमी को झूठ नहीं बोलना चाहिए, सत्य नहीं बोल सकते तो मौन हो जाए-आचार्यश्री महाश्रमण

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सत्य नहीं बोल सकते तो मौन हो जाअाे, लेकिन झूठ मत बोलाे : आचार्यश्री महाश्रमण

मंगल प्रवचन में आचार्य श्री महाश्रमण ने कहा कि बिना पूछे नहीं बोलना चाहिए। जब तक कोई आपको न बुलाए, नहीं बोलना चाहिए। जहां तक कोई पूछे नहीं, सलाह न मांगे, तब तक न तो बोलना और न ही सलाह देना चाहिए। यदि कोई पूछे तो आदमी को झूठ नहीं बोलना चाहिए। सत्य नहीं बोल सकते तो मौन हो जाए। लेकिन, झूठ नहीं बोलना चाहिए। ज्ञान होने पर भी आदमी को जहां तक संभव हो सके मौन साधना का प्रयास करना चाहिए। क्रोध को असफल बनाने का प्रयास करो। अगर किसी के प्रति गुस्सा आ जाए तो प्रयास करें कि वाणी, हाथ के इस्तेमाल न करे तो गुस्सा असफल हो सकता है।

प्रिय और अप्रिय को धारण करने का प्रयास करना चाहिए। इंदाैर से करीब 350 किमी की पदयात्रा कर मुनि कमलकुमारजी ने अपने आराध्य के प्रति श्रद्धाभिव्यक्ति व्यक्त करते हुए सहवर्ती मुनि नमीकुमार तथा मुनि अमनकुमार के साथ वंदना की। यहां प्रवचन के बाद आचार्यश्री ने मंगल विहार किया। नयागांव स्थित काॅलेज परिसर में पधारे। यहां एजुकेशन ग्रुप से जुड़े पदाधिकारियों ने आचार्यश्री का स्वागत किया। जैन श्वेताबंर तेरापंथी महासभा की अाेर से गुरुवार सुबह आचार्यश्री दानबाड़ी पहुंचेंगे।

दिल्ली के लाल किले से 9 नवंबर 2014 काे शुरू हुई अहिंसा यात्रा इंटरनेशनल लैवल पर नेपाल, भूटान और देश के 20 राज्याें में 52 हजार किमी पदयात्रा के साथ काेटा में तेरापंथ के 11वें आचार्य श्री महाश्रमण का बुधवार काे आचार्य श्री महाश्रण के जयकाराें के बीच ससंघ का मंगल प्रवेश हुअा। भीलवाड़ा से मंगल विहार के बाद काेटा की सीमा में सर्वाधिक 24 किमी पैदल का यह मंगल प्रवेश रहा। सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्ति का संदेश देने के लिए यह अहिंसा यात्रा निकाली जा रही है।

गुरुवार सुबह 7 बजे आचार्य श्री दानबाड़ी के लिए रवाना हाेंगे। जिनकी अगवानी के लिए जैन समाज के सभी घटकाें के अलावा अन्य समाजबंधु, संस्था, समितियाें की अाेर से जगह-जगह स्वागत किया जाएगा। आचार्य श्री महाश्रमण अारएसी ग्राउंड, अमर निवास, छाेटा चाैराहा, बड़ा चाैराहा हाेकर दानबाड़ी पहुंचेंगे। यहां श्री दिगंबर जैन श्वेतांबर पेढ़ी की अाेर से परंपरा अनुसार अगवानी की जाएगी।

इसके बाद काेटावासियाें की अाेर से नागरिक अभिनंदन हाेगा। इसमें मुख्य अतिथि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल हाेंगे। समाराेह में शहर की प्रमुख जैन संस्थाएं, सामाजिक संस्थाएं सहित अन्य शामिल रहेंगी। दाेपहर दाे बजे महिला मंडल की कार्यशाला हाेगी। 150 बच्चाें का नुक्कड़ नाटक हाेगा। 3 दिसंबर सुबह 9 बजे आचार्य श्री दानबाड़ी से अणुव्रत भवन के लिए विहार करेंगे। यहीं रात्रि प्रवास रहेगा।

-भास्कर से साभार

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