29 अप्रैल 2022/ बैसाख कृष्णा चतुर्दशी /चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/
अभी मिली जानकारी के अनुसार उस लव जिहाद में फसने वाली यति शाह जैन को, किसी तरह समझा कर वापस सही रास्ते ले आए हैं और इसके लिए भाई सागर मालिक के योगदान को नहीं भूला जा सकता। मिली जानकारी के अनुसार कल सुबह 9:00 बजे चंदन सिंह भाई के पास एक भाई का फोन आया कि आपके दिल्ली का मैटर है जरा इसको समझाइए
दरअसल एक लड़की जिसकी उम्र 19 साल है उसने 48 साल के अधेड़ मुस्लिम से शादी के लिए एसडीएम से परमिशन मांगा था
(दिल्ली में दूसरे धर्म में शादी करने पर एसडीएम का परमिशन अनिवार्य होता है तभी स्पेशल मैरिज एक्ट में शादी रजिस्टर्ड होती है)
वही लेटर उस भाई ने चंदन सिंह भाई के पास भेजा था जिसमें 11 मई 2022 का लास्ट डेट था कि अगर कोई ऑब्जेक्शन देना चाहे तो दे सकता है
चंदन सिंह ने सोचा कि ईस्ट ऑफ कैलाश का मामला है जो कि घर से लगभग 30 किलोमीटर दूर है तो किसको कहा जाए
फिर ध्यान आया की भाई सागर मालिक भी तो वहीं आसपास रहता है
फिर सारा मामला सागर भाई की तरफ ट्रांसफर कर दिया
सागर भाई से पता चला कि लड़की के मां-बाप बहुत पैसे वाले हैं, घर में चार चार बड़ी-बड़ी गाड़ियां खड़ी हैं, जैसे ही लड़की के मां-बाप ने सुना उनके पैरों के नीचे की जमीन खिसक गई फिर उन्होंने लड़की को बुलाया और 1 घंटे तक सागर मलिक और उनके मां-बाप ने समझाया
उसके बाद अब लड़की के मां-बाप लड़की को लेकर दूर जा रहे हैं, लड़की को सागर मलिक ने कन्वेंस कर दिया
गर्व है अपने सागर भाई पर कि तबीयत खराब होने के बावजूद भी धर्म कार्य हेतु एक आवाज पर घर से इतनी धूप में भी निकल पड़े
जल्दी ही उस अधेड़ मुस्लिम पर मुकदमा दर्ज होगा
सागर भाई की तरफ से उपहार उस मोमिन को
पर सोचने वाली बात देखिए कि एक 50 साल का बुड्ढा एक 19 साल की बच्ची को अपने जाल में फंसा कर कितनी बड़ी साजिश रच चुका था
अगर वो वह अज्ञात भाई इस एप्लीकेशन को सही राष्ट्रवादी भाई तक न पहुंचाते तो एक हिन्दू लड़की की जिंदगी तबाह हो जाती
इसीलिए कहते है कि धर्म काज के लिए जरूरी नही कि आप हथियार उठाये, केवल दूर से भी आप धर्म युद्ध मे अहम भूमिका निभा सकते है