जैसा सभी जानते हैं कि 25 फरवरी को सिलसिला शुरू हुआ कुंडलपुर से विहार का। उसके बाद 27 फरवरी, 28 फरवरी और 1 मार्च तक 14 उन्नीस संघों में 62 मुनि श्री, 14शुल्लक और 3 एलक का विहार हो चुका था और अब आज प्रातः 2 मार्च को संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज का भी कुंडलपुर से विहार हो गया है।
सूत्रों के मुताबिक परम पूज्य गुरुदेव के विहार की दिशा अमरकंटक की ओर हो सकती हैं लेकिन आचार्य श्री के मन की बात कोई नहीं जानता लेकिन सुबह सवेरे यहां से विहार कर गए हैं।
कुंडलपुर से लगातार विहार का सिलसिला-, ,अब तक 15 मुनिसंघों का विहार , जानिए किन-किन का कब-कब
25 फरवरी को संत शिरोमणि आचार्यश्री विद्यासागर जी महामुनिराज के परम् प्रभावक शिष्य निर्यापक मुनि श्री समय सागर जी के साथ 12 मुनिराज और 9 क्षुल्लक जी का मंगल विहार हुआ और फिर 27 फरवरी को 3 उपसंघों का, मुनि श्री विमल सागर जी , मुनि श्री विनम्र सागर जी और मुनि श्री निश्चय सागर जी की अगुवाई में 14 मुनिराजों का विहार कुंडलपुर से हुआ। और फिर 28 फरवरी को उस कड़ी में कुंडलपुर से 6 मुनिसंघों का एक साथ विहार हुआ । आज कुंडलपुर से 4 मुनिसंघों का एक साथ विहार हुआ ।
अब तक कुंडलपुर से 14 मुनिसंघों का, जिनमें 62 मुनिश्री, 14 क्षुल्लक, 3 ऐलक,
विहार हो चुका है जिनका विवरण निम्न प्रकार से है
अब तक कुंडलपुर से निम्न विहार हुए
25 फरवरी 2022, को मंगल विहार
उपसंघ नंबर -1
निर्यापक मुनिश्री समयसागर जी
मुनिश्री प्रशस्तसागर जी
मुनिश्री मल्लिसागर जी
मुनिश्री आनंदसागर जी
मुनिश्री निर्ग्रन्थसागर जी
मुनिश्री निर्भ्रान्तसागर जी
मुनिश्री निरालससागर जी
मुनिश्री निराश्रवसागर जी
मुनिश्री निराकारसागर जी
मुनिश्री निश्चिन्तसागर जी
मुनिश्री निर्माणसागर जी
मुनिश्री निशंकसागर जी
मुनिश्री निर्लेपसागर जी
क्षुल्लक औचित्यसागर जी
क्षुल्लक गहनसागर जी
क्षुल्लक कैवल्यसागर जी
क्षुल्लक सुदृढ़सागर जी
क्षुल्लक समकितसागर जी
क्षुल्लक उचितसागर जी
क्षुल्लक अथाहसागर जी
क्षुल्लक उत्साहसागर जी
क्षुल्लक अमापसागर जी
(13 मुनिराज ,9 क्षुल्लक)
27 फरवरी 2022, को मंगल विहार
, उपसंघ नंबर-2
मुनिश्री विमलसागर जी
मुनिश्री अनन्तसागर जी
मुनिश्री धर्मसागर जी
मुनिश्री भावसागर जी
(4 मुनिराज )
उपसंघ नंबर-3
मुनिश्री विनम्रसागर जी
मुनिश्री निःस्वार्थसागर जी
मुनिश्री निर्मदसागर जी
मुनिश्री निसर्गसागर जी
मुनिश्री श्रमणसागर जी
(5 मुनिराज )
उपसंघ नंबर-4
मुनिश्री निस्पृहसागर जी
मुनिश्री निश्चलसागर जी
मुनिश्री नीरागसागर जी
मुनिश्री निर्भीकसागर जी
मुनिश्री ओंकारसागर जी
(5 मुनिराज )
28 फरवरी 2022, को मंगल विहार
उपसंघ नंबर-5
निर्यापक मुनिश्री समतासागर जी
मुनिश्री महासागर जी
मुनिश्री निष्कम्पसागर जी
ऐलकश्री निश्चयसागर जी
(3 मुनिराज,1 ऐलक)
उपसंघ नंबर -6
निर्यापक मुनिश्री प्रशान्तसागर जी
मुनिश्री निर्वेगसागर जी
मुनिश्री विनीतसागर जी
मुनिश्री शीतलसागर जी
ऐलकश्री निजानंदसागर जी
(4 मुनिराज,1 ऐलक)
उपसंघ नंबर-7
निर्यापक मुनिश्री अभयसागर जी
मुनिश्री प्रभातसागर जी
मुनिश्री निरीहसागर जी
(3 मुनिराज)
उपसंघ नंबर-8
निर्यापक मुनिश्री सम्भवसागर जी
मुनिश्री विराटसागर जी
मुनिश्री नीरोगसागर जी
मुनिश्री निर्मोहसागर जी
मुनिश्री निष्पक्षसागर जी
मुनिश्री निष्कामसागर जी
मुनिश्री नीरजसागर जी
मुनिश्री निस्संगसागर जी
मुनिश्री समरससागर जी
मुनिश्री संस्कारसागर जी
(10 मुनिराज )
उपसंघ नंबर-9
मुनिश्री निर्दोषसागर जी
मुनिश्री निर्लोभसागर जी
(2मुनिराज )
उपसंघ नंबर-10
मुनिश्री निरापदसागर जी
मुनिश्री निरुपमसागर जी
(2मुनिराज )
दिनांक :- 01 मार्च 2022,मंगलवार
उपसंघ नंबर -11
मुनिश्री अक्षयसागर जी
मुनिश्री नेमिसागर जी
मुनिश्री शैलसागर जी
मुनिश्री अचलसागर जी
ऐलकश्री उपशमसागर जी
(4 मुनिराज,1 ऐलक)
उपसंघ नंबर -12
मुनिश्री प्रणम्यसागर जी
मुनिश्री चन्द्रसागर जी
(2 मुनिराज)
उपसंघ नंबर -13
निर्यापक मुनिश्री वीरसागर जी
मुनिश्री विशालसागर जी
मुनिश्री धवलसागर जी
क्षुल्लकश्री मंथनसागर जी
क्षुल्लकश्री मननसागर जी
क्षुल्लकश्री विचारसागर जी
क्षुल्लकश्री मगनसागर जी
क्षुल्लकश्री विरलसागर जी
(3 मुनिराज,5 क्षुल्लक)
विहार दिशा-महाराष्ट्र प्रान्त
उपसंघ नंबर -14
मुनिश्री विशदसागर जी
मुनिश्री निराकुलसागर जी
(2मुनिराज )
का मंगल विहार सिद्धक्षेत्र कुण्डलपुर से हुआ ।।