आचार्य श्री विद्यासागर जी के सानिध्य में फरवरी में होने वाला कुंडलपुर पंचकल्याणक अब मार्च अंत या अप्रैल के शुरू में संभवतः होगा

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वर्तमान में तो कोरोना की तीसरी लहर देशभर में चल रही है और कोरोना की मार ना केवल लोगों पर पड़ रही है, पर इसके साथ होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों पर भी इसका असर साफ दिखता जा रहा है।

जहां कई तीर्थ क्षेत्र इस समय लॉकडाउन में बंद है, वही अब फरवरी में होने वाले कुंडलपुर के महा पंचकल्याणक महोत्सव को अब संभवत है मार्च या अप्रैल तक होने की संभावना है । एक तरफ मंदिर का निर्माण कार्य बहुत तेजी से चल रहा है, वही इस समय कुंडलपुर में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के संघस्थ लगभग 70 मुनिराज और 150 से अधिक आर्यिका माता जी विराजमान है।

पर अब करोना महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए, जहां यहां पर श्रावकों का प्रवेश बंद है, अब यह पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव फरवरी की बजाय मार्च अंत या अप्रैल के शुरू में होना संभावित किया गया है। जैसा सभी जानते हैं शनिवार को यहां मुनि श्री समता सागर जी महाराज ससंघ का प्रवेश हुआ ।

वहीं अब आने वाले दिनों में मुनि श्री प्रणम्य सागर जी, मुनि श्री चंद्र सागर जी, मुनि श्री वीर सागर जी, मुनि श्री प्रसाद सागर जी, मुनि श्री चंद्रप्रभ सागर जी, कुंडलपुर में प्रवेश करेंगे । इन सबके साथ साधु-संतों की संख्या 235 को पार कर जाने की संभावना है ।

मुनि श्री सुधासागर जी इस समय सिरोंज में और मुनि श्री निर्णय सागर जी मोरारजी नगर में विराजमान है।