27 मार्च 2022//चैत्र कृष्णा दशमी /चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/ कोहिमा
नागालैण्ड की राजधानी कोहिमा में 100 वर्ष प्राचीन जैन मंदिर है यहाँ जैन समाज का एक भी घर नही है जिसे श्री श्री प्रदीप जैन की जागरूकता का परिणाम है की 157 वर्ष पूर्व नागालैंड में स्थापित ऐतिहासिक श्री मंदिर जी को जैन समाज के सामने ला दिया जो एक पुनीत औऱ महान कार्य है।
एक इतिहास मंदिर जी का
इस मंदिर जी की वेदी प्रतिष्ठा सन 1920 मे हुई थी। मिली जानकारी अनुसार द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान श्री जी को अन्यत्र स्थान पर विराजमान किया गया था। लेकिन लगभग 72 वर्ष उपरान्त पूज्य आचार्य श्री 108 दयासागर जी महाराज आगमन के समय ईसवी सन 2003 मे कोहिमा मे नवीन वेदी मे श्री जी को पुनः उसी स्थान पर विराजमान किया गया। दिगम्बर जैन पंचायत के मंत्री श्री सोहनलाल सेठी ने बताया की इस जिनालय की प्रतिष्टा प्रतिष्टाचार्य श्री चन्द्रकांत शास्त्री डंडी(कर्नाटक)के निर्देशन में सम्पन्न हुई।
संकलन अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमंडी