पांच साल में खांदू कॉलोनी में बनेगा दाे मंजिला 105 गुणा 225 फीट का नया जैन #मंदिर, 30 करोड़ रुपए खर्च होंगे

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बांसवाड़ा, माही बजाज सागर बांध के बनने से विस्थापित हुए लोगों को बसाने बनी खांदू कॉलोनी में राजस्थान, गुजरात,मध्यप्रदेश आदि राज्यों में अपने आप में अनोखा और अनूठा श्री श्रेयांसनाथ दिगंबर दशा नरसिंहपुरा जैन मंदिर बनाया जाएगा। जिसके निर्माण पर तीस करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है। मंदिर का शिलान्यास शुक्रवार सुबह 6.30 बजे काेविड-19 की गाइड लाइन के अनुसार ही किया जाएगा।

जैन मंदिर निर्माण समिति की बैठक में समिति के अध्यक्ष श्रीपाल जैन ने कहा कि खांदू गांव से विस्थापित होने के बाद जैन मंदिर का निर्माण वर्ष 1984 में करवाया गया था। जिसे अब पाेकलेन मशीनाें से गिरवा कर 12 फीट गहरी नींव खुदवाई जा चुकी है। जहां 105 गुणा 225 फीट आकार पर मंदिर का निर्माण किया जाएगा। जिसके लिए 18 जून को ब्रह्मचारी प्रदीप सुयश अशोक नगर वालों द्वारा शिलान्यास संबंधी धार्मिक विधि पूर्ण की जाएगी। इसके लिए आचार्य विद्या सागरजी महाराज के शिष्य मुनि पुंगव सुधा सागरजी महाराज ने शिलान्यास संबंधी प्रारंभिक क्रिया जैन समाज के प्रतिनिधि मंडल की मौजूदगी में पूरी कर शीघ्र मंदिर निर्माण के लिए जैन समाज को आशीर्वाद दिया है।

समिति के पदाधिकारियों उमेश सुंद्रावत,मनाेज काेठारी,वीरेंद्र जैन, रमेश पंचाेरी, नीतेश घुघरावत,अक्षय डांगरा ने बताया कि जैन मंदिर का निर्माण पूरी तरह से वास्तु विधि से किया जाएगा। इसके लिए अहमदाबाद गुजरात के इंजीनियर मितुल पी. सोमपुरा ने पूरा प्लान तैयार किया है। जिनके दिशा निर्देशन में बंसीपहाड़पुर पत्थर से जैन मंदिर का निर्माण किया जाएगा, जिससे अयाेध्या में राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। मंदिर निर्माण को लेकर जैन समाज के लोगों में खासा उत्साह है।

नये जैन मंदिर की यह रहेगी खासियत
दाे मंजिला बनेगा खांदू काॅलाेनी का नया जैन मंदिर। मंदिर का आकार 105 गुणा 225 फीट का होगा। मंदिर निर्माण की अवधि पांच साल की होगी। निर्माण लागत अनुमानित तीस करोड़ है। मंदिर के गर्भगृह का आकार 29 गुणा 29 फीट होगा।12 फीट गहरी नींव खोद कर उस पर जमीन से आठ फीट ऊंचा चबूतरा बनेगा।13 से 14 फीट ऊंचाई पर श्रीजी की मूर्तियां स्थापित करने वेदी का निर्माण किया जाएगा।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी