जहाँ प्रत्येक चतुर्दशी और अष्टमी को भगवान आदिनाथ की 38 फीट उँची प्रतिमा पर अलौलीक रूप से केसर की वर्षा होती है

0
741

5 जून 2022/ जयेष्ठ शुक्ल छठ /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
खंदारगिरी अतिशय क्षेत्र पर्वतमाला तीर्थंकर देवों का अतिशय क्षेत्र है । यहां प्रत्येक चतुर्दशी और अष्टमी को भगवान आदिनाथ की 38 फीट उँची प्रतिमा पर अलौलीक रूप से केसर की वर्षा होती है ।

पहाड़ी की गुफाओं में पत्थर काटकर मूर्तियां बनाई गई है यह मूर्तियां 13 वी से 17 वी शताब्दी मध्य निर्मित है । क्षेत्र पर 5 मंदिर व 6 गुफाएं हैं । 200 सीढ़ियों का छोटा पहाड़ है ।

यदि आप चंदेरी के दर्शन करने जा रहे हैं तो खंडार गिरी के दर्शन अवश्य करे और पुण्य अर्जित करेंसमीपवर्ती क्षेत्र- थूबोन जी 22 km, सरोन जी 27 km, बूढ़ी चंदेरी20 km गोलाकोट40 km खनियाधाना 48 km