23 सितम्बर 2022/ भाद्रपद शुक्ल अष्टमी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी /EXCLUSIVE
अभी हाल में राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण ने 22 अगस्त को सार्वजनिक सूचना, अपनी वेबसाइट पर जारी कर, सभी को खजुराहो के 10 मंदिरों के तथा उसके आसपास के 200 मीटर दायरे को राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण के अंतर्गत लेने का एक ड्राफ्ट बिल लोगों की प्रतिक्रियाओं के लिए जारी किया। उसमें कितने पक्ष में, कितने विपक्ष में, लोगों ने समर्थन किया और आपत्तियां दर्ज कराई?
क्या उसमें जाने से जैन समाज का हित है?
वहां के जैन मंदिरों पर फिलहाल किसका कब्जा है?
वहां पर रोजाना किसका ताला लगता है?
कितने मंदिर हैं?
किस पर प्रबंध का अधिकार है?
क्या कोई जैन समिति और ए एस आई विभाग में कभी कोई समझौते हुए हैं ?
ऐसे कई सवाल है जिनके बारे में 95 परसेंट से ज्यादा समाज नहीं जानता और सोशल मीडिया आदि में गलत जानकारी प्रस्तुत की जाती है, जो कहीं ना कहीं जैन समाज के अहित में हो सकती है ।
इन सब का खुलासा , चैनल महालक्ष्मी, प्रमाणों के साथ, शनिवार 23 सितंबर के रात्रि 8:00 बजे के एपिसोड में, सभी के लिए प्रस्तुत करेगा। वह जानकारी जो समाज के हर व्यक्ति को जाननी चाहिए, अपने तीर्थ की सुरक्षा के लिए
और हां, आप सब से फिर अनुरोध, इसी तरह चल अचल तीर्थ की सुरक्षा और सामाजिक संतुलन, पर एक विशेष गंभीर परिचर्चा 25 विद्वानों के साथ आचार्य श्री सुनील सागर जी मुनिराज के सानिध्य में होगी, ऋषभ विहार, दिल्ली धर्म सभा में , रविवार, 24 सितंबर , दोपहर 2:00 बजे से 5:00 बजे तक, आप सभी, वहां भी आए जिससे लग सके कि आज जैन समाज में चल अचल तीर्थ की सुरक्षा के लिए संवेदनाएं हिलोरे मार रही हैं।
और देखना ना भूले शनिवार 23 सितंबर रात्रि 8:00 बजे के विशेष एपिसोड को, जो खजुराहो का असली सच बताएगा।