खजुराहो के लिए सार्वजनिक सूचना जारी, दिगंबर जैन तीर्थ स्थल पर क्या खतरा मंडराया? समाज आज तक नहीं जान पाया #Khajuraho

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14 सितम्बर 2022/ भाद्रपद कृष्ण अमावस /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी /शरद जैन/EXCLUSIVE
*अति आवश्यक*: खजुराहो के अति प्राचीन ऐतिहासिक दिगंबर जैन मंदिरों को पुरातत्व विभाग ने अपने कब्जे में लेने के लिए अधिसूचना जारी कर दिया है l 21 सितंबर तक इसका प्रतिरोध किया जाना है। कृपया संबंधित सभी मंचों से इसका विरोध दर्ज करना है अन्यथा यह जैन धर्म की धरोहर चली जाएग।

गत 22 अगस्त को भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण ने एक सार्वजनिक सूचना जारी कर 10 मंदिरों के समूह को संग्रहित करने के लिए, अपने संपूर्ण नियंत्रण में लेने के लिए, एक ड्राफ्ट बिल जारी किया तथा सभी से 30 दिनों के अंदर उसे पर अपने पक्ष विपक्ष में विचार मांगे, जिसके अनुरूप इस बिल को अंतिम रूप दिया जा सके। वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया और संभवत शायद इसकी कोई भी सार्वजनिक जानकारी अखबारों के माध्यम से नहीं जारी की।

आज सरकार कुछ इसी रूप में अपने बिल जारी कर के आज अपने ड्राफ्ट बिलों को, नियमों के रूप में बदल रही है।

4 वर्षों में हजार वर्ष पूरे करने वाले शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर, आदिनाथ जैन मंदिर और पारसनाथ जैन मंदिर, इस परिधि में आ रहे हैं तथा नए ड्राफ्ट बिल से स्वर्णोदय तीर्थ जो निर्माण अधीन है कुछ वर्षों से, करोड़ों की राशि जिसमें लग चुकी है , उस पर क्या असर पड़ेगा?

क्या हमारे अन्य किसी जिनालय पर भी इसका असर पड़ेगा? क्या यह बिल हमारे हित में है, जिसका अधिग्रहण सरकार अपने हाथ में ले लेगी?

उपरोक्त तीन मंदिर अभी भी पुरातत्व विभाग के अंतर्गत है , जिनमें से दो का प्रबंध तो, पूरी तरह आज भी पुरातत्व विभाग के ही पास है, तो इस ड्राफ्ट बिल से जैन समाज को क्या लाभ मिलने वाला है और खजुराहो के लिए क्या इससे कोई नुकसान भी होगा?

इस बारे में पहली बार चैनल महालक्ष्मी आपके सामने वह जानकारी देगा । पिछले 20 दिनों से हमारे सभी राष्ट्रीय और स्थानीय कमेटिया इससे बिल्कुल अनभिज्ञ रही, कुछ पता नहीं चला। यही हैरानगी है आज कुर्सियों पर बैठे लोगों से, कि उन्हें सही समय पर, बात की जानकारी ही नहीं मिलती

इस बारे में पूरा खुलासा गुरुवार 14 सितंबर को शाम 8:00 बजे के एपिसोड नंबर में चैनल महालक्ष्मी, आपको खजुराहो की पूरी जानकारी के साथ, इसे ड्राफ्ट बिल पर वह प्रकाश डालेगा, जो अब तक शायद आपकी जानकारी में नहीं है।

ध्यान रखिए हर तीर्थ को बचाना है। अब हमको मिलकर हाथ बढ़ाना है। इसलिए 17 सितंबर को , आचार्य श्री सुनील सागर जी महामुनिराज के सानिध्य में होने वाले जैन धर्म तीर्थ संरक्षण के लिए , विभिन्न मुद्दों पर कानूनी आकलन की जानकारी लेने के लिए,दिल्ली के ऋषभ विहार धर्म सभा में भी दोपहर 2:00 बजे पहुंचना है।