13 मार्च/फाल्गुन शुक्ल दशमी /चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/
अचलगच्छाधिपति आ.भ. श्री गुण-गुणोदय-कलाप्रभ सागर सूरीजी मा.सा. के आज्ञावर्ती गणिवर्य श्री कमलप्रभ सागरजी मा.सा. के शिष्य वर्धमान तपोनिधि , ज्ञाती गौरव, नलिया रत्न, 90 वर्षीय मुनि राज श्री हीकार सागर जी मा.सा. का दिनांक 10 मार्च को शाम 4.50 बजे मुंबई चींचबंदर महाजन वाडी में अपने चल रहे 100 वी ओली के 60 वे आयंबिल*के दिन, चतुर्विध संघ उपस्थिति में नवकार मंत्र का श्रवण करते करते समाधि पूर्वक कालधर्म हुआ है.
पूज्य तपस्वी मुनिश्रीजी की अंतिम अग्नि संस्कार 11 मार्च को हुआ
समस्त चतुर्विध संघ तपस्वी मुनि श्रीजी के 26 वर्षीय तपोमय जीवन की अनुमोदना