भाटापारा, विश्व वंदनीय राष्ट्रसंत मुनि श्री 108 चिन्मय सागर जी महाराज जंगल वाले बाबा की समाधि 2 वर्ष पूर्व 18 अक्टूबर 2019 को कर्नाटक के जुगुल ग्राम में हो गई थी ।मुनि श्री 108 चिन्मय सागर जी महाराज जंगल वाले बाबा जन कल्याणकारी संत थे सर्व धर्म के लोग उन्हें अपना गुरु मानते थे ।उन्होंने अपने जीवन काल में लाखों वृक्षारोपण एवं 25 लाख से ज्यादा लोगों को शाकाहार एवं नशा मुक्त बनाया था।
चिन्मय सागर जी महाराज एक ऐसे संत थे जो इस पंचम काल में जंगलों में कठोर साधना करते थे और जंगलों में ही रहते थे। देश के अनेक राजनेता, आईएएस ,आईपीएस और सर्व धर्म के संत भी उनके पास चर्चा करने के लिए पहुंचते थे। आज उनकी द्वितीय पुण्यतिथि है । जंगल वाले बाबा की समाधि के उपरांत उनका मूल सिंहासन एवं की चरण पादुका भाटापारा आदिनाथ मंदिर में विराजमान है।
श्री 1008 आदिनाथ नवग्रह पंच बालयती दिगंबर जैन मंदिर में प्रातः 7:30 भगवान के मंगल अभिषेक के बाद जंगल वाले बाबा के मूल सिंहासन में विराजमान चरण का जलाभिषेक एवं दुग्ध अभिषेक किया जाएगा। जंगल वाले बाबा की पूजा की जाएगी। एवं शांतिनाथ विधान संपन्न किया जाएगा ।उसके पश्चात मंदिर प्रांगण में गरीबों को भोजन एवं महिलाओं को साड़ियां वितरित की जाएंगी ।उपरोक्त जानकारी मंदिर कमेटी के अध्यक्ष अभिषेक मोदी ने प्रदान की।
– अभिषेक मोदी