जैनेश्वरी दीक्षा समारोह : 30 जुलाई को सानिध्य अन्तर्मना प्रसन्न सागर
शिखरजी , तपश्वि सम्राट आचार्य सन्मति सागर जी महाराज व गणाचार्य पुष्पदन्त सागर जी महाराज के आशीर्वाद से भारत गौरव आत्मा हितंकर तीर्थंकर मार्गी साधना महोदधि अन्तर्मना आचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज के सानिध्य व सौम्य मूर्ति मुनि पीयूष सागर जी महाराज के निर्देशन में जैनेश्वरी दीक्षा आगामी 30 जुलाई 2021 को श्री दिगम्बर जैन बीस पंथी कोठी अन्तर्मना सभाग्रह में सम्पन होगी। जहाँ पर सौभाग्यशाली दीक्षार्थी बहन *शकुंतला देवी चौधरी* जीवन के सब सुख सुविधाओं को छोड़ कर वैराग्य मय अपना जीवन ज्ञापन करेगी।
जैन धर्म अनुसार दीक्षा का अर्थ राग से वैराग्य की ओर जाना होता है। अर्थात सब भौतिक सुख सुविधा, घर परिवार दोस्त रिस्तेदार सब को त्याग कर केवल अपने गुरु व जिनेंद्र देव भक्ति में रमजाना होता है।
जानकारी देते हुए प्रवक्ता रोमिल जैन, पीयूष कासलीवाल, नरेंद्र अजमेरा ने बताया कि होने वाली जैनेश्वरी दीक्षा समारोह आगमी 28 जुलाई को शाम उबटन, मेहंदी आदि 29 जुलाई को प्रातः7 बजे से गणधरवलय विधान, आहारचर्या कटोरे में आहार अभ्यास, दोपहर में देव वंदना, गुरु बन्दना, शाम 5 बजे से गुरु भक्ति व 6 बजे से गोद भराई होगी।
अगले दिन 30 जुलाई को प्रातः देववन्दना, गुरु आहार चर्या व दीक्षार्थी बहन को जुलूस के साथ अन्तर्मना गुरुदेव के पास दीक्षा प्रदान करने हेतु ले जाया जाएगा। जिसके बाद दोपहर 2 बजे से पूज्य आचार्य श्री के मुख से दीक्षा प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर साधना के चलते एक बार पुनः गुरुभक्तों को गुरुदेव का मंगल आशीष मिलेगा।
-नरेंद्र अजमेरा पियुष कासलीवाल रोमिल जैन