आज मंगलवार प्रातः हरियाणा के हिसार जिले के हांसी नगर में विहार के लिए बढ़ रही दो साध्वियों पर हमला कर दिया, आगे आगे दोनों जैन साध्वी जा रही थी कि तभी पीछे चल रहे रही दो गायों और एक बछड़े में से एक गाय ने सींगों से साध्वी आस्था प्रभा को उठाकर नीचे पटक दिया, दूसरी साध्वी जी खतरे को देख दो कदम पीछे हट गई, वर्ना दूसरी गाय की चपेट में वह भी आ जाती। गाय लगातार साध्वीजी को पैरों से रोंदने लगी ।
साथ चल रहे श्रावक घबरा गए और चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहे थे। पास ही गिरी साध्वी की रजोहरण से गाय को भगाने की कोशिश की , पर वह नहीं रुकी और लगातार पैरों से हमला करती रही। चित्र स्पष्ट नजर आ रहे हैं। साध्वी आस्था प्रभा जी के शरीर पर काफी गंभीर चोटें आई हैं और यह सब वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। साध्वी को तुरंत इलाज के लिए निकट के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लगभग 40 सेकेंड तक रोंदने के बाद गाय अलग हुई और तब साध्वी उठ खड़ी होकर कार के पीछे से आगे निकली। दृश्य बहुत हैरत कर रहे थे और साध्वी किसी भी तरह से उसके पंजों से निकल नहीं पा रही थी।
बता दें कि इन दिनों हांसी में आवारा पशुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है तथा वह बिना वजह अचानक चल रहे लोगों पर हमला कर देती हैं। प्रशासन कान में रुई डाल कर खामोश बैठा है। जब कि प्रशासन द्वारा बेसहारा/आवारा पशुओं से निजात दिलाने के बड़े-बड़े दावे किया जा रहे हैं किंतु यह सभी दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
हांसी परिषद की ओर से करीब एक महीने पहले शहर में बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए टेंडर दिया गया था. परंतु एक सप्ताह बाद ही पशु पकड़ने की इस अभियान पर ब्रेक लग गए थे. इसके बाद परिषद की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया. परिषद की ओर से 150 पर पशु के हिसाब से टेंडर अलॉट किया था. शहर के करीबन 1500 बेसहारा पशु है. परंतु ठेकेदार के द्वारा करीब 160 पशु पकड़े गए थे. टेंडर के एक सप्ताह बाद ही ठेकेदार की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद अब तक इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.
किंतु एक सप्ताह बाद ही पशुओं को पकड़ने के अभियान टांय-टांय फिस्स हो गया तथा परिषद ने इस ओर कतई ध्यान नहीं दिया।
हांसी में आवारा पशुओं (Animals) ने आतंक मचाया हुआ है. पशु सड़़क पर आते-जाते लोगों पर हमला बोल रहे हैं, सींगों से उठाकर पटक रहे हैं. कुछ दिन पहले एक मवेशी के टक्कर मारने से जवाहर नगर की गली नंबर तीन में रहने वाले 85 वर्षीय सुंदरदास की मौत (Death) हो चुकी है.