एकमात्र जैन संत, जिनके लिए एक दिन बंद रहती है, मीट मांस की दुकानें और बूचड़खाने, जानते हैं आप, वह दिन कौन सा और संत कौन से

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28 अप्रैल 2023/ बैसाख शुक्ल अष्टमी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
राजस्थान सरकार के स्वायत शासन विभाग, जयपुर की अधिसूचना क्रमांक एफ/29ध्विविध/डी एल बी 2000/1394-1614 दिनांक – 18. 05. 2000 के तहत् प्रतिवर्ष सम्पूर्ण राजस्थान में वैशाख शुक्ला ग्यारस दिनांक अनुसार 1 मई 2023 सोमवार को श्रमण संघीय आचार्य देवेन्द्र मुनि के पुण्यस्मृति दिवस के उपलक्ष्य में सम्पूर्ण राज्य में सभी मुर्गा-मीट, मांस-मछली की क्रय – विक्रय की समस्त दुकानों और बूचड़खानों को बंद रखने के आदेश दिए है।

श्रमण डॉ पुष्पेन्द्र ने बताया कि देश का प्रथम राज्य राजस्थान है जहां जैन संत की स्मृति में राजस्थान सरकार द्वारा यह आदेश जारी कर पालन करवाया जाता है। ज्ञात रहे कि इस वर्ष आचार्य देवेन्द्र मुनि का 24 वां स्वर्गारोहण दिवस है।

राजस्थान के पूर्व निःशक्त जन आयुक्त खिल्लीमल जैन ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर उनसे मांग कि है कि उक्त दिवस पर वे शासन व प्रशासन से नियम का अनुपालन सुनिश्चित करवावें। उल्लेखनीय है कि इस संबंध में सभी जिलों के कलेक्टरों को भी पत्र प्रेषित कर पालना सुनिष्चित करवाने की मांग की गई है।

मूलतः उदयपुर शहर के वर्डिया कुल में जन्में आचार्य देवेन्द्र मुनि ने मात्र 9 वर्ष की अल्पायु में जैन भागवती दीक्षा अंगीकार कर 400 से अधिक पुस्तकों का लेखन कर नया कीर्तिमान स्थापित किया। देष भर में सात दशकों तक पदयात्रा करके लाखों मनुष्यों को व्यसन मुक्त बनाया। देवेन्द्र मुनि ने श्रमण संघ के 1200 से अधिक साधु-साध्वी समुदाय के आचार्य बनकर उदयपुर का नाम रोशन किया था। ज्ञात रहें कि सन् 1999 को कालधर्म को प्राप्त हुए इस संत का स्मारक उदयपुर में ही जैनाचार्य देवेन्द्र मुनि मार्ग पर ‘देवेन्द्र धाम’ के नाम से विश्रुत है।