11 सितम्बर 2022/ भाद्रपद कृष्ण दवादशी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी /
भारतीय जैन संगठन के देश के 12 शहरों में आयोजित परिचय सम्मेलन से जुटाए गए आंकड़ों के आधार पर यह बात सामने आई है।
जैन समाज में लड़के-लड़कियों की शादी की उम्र आगे बढ़ गई है। पांच साल पहले समाज में लड़कियां 21 से 23 और लड़के 24 से 27 साल की उम्र तक घर बसा लेते थे, लेकिन अब लड़कियां 24 से 29 और लड़के 26 से 32 के बीच शादी कर रहे हैं। भारतीय जैन संगठन के देश के 12 शहरों में आयोजित परिचय सम्मेलन से जुटाए गए आंकड़ों के आधार पर यह बात सामने आई है। यह आंकड़े संगठन ने इंदौर, पुणे, नागपुर, उदयपुर, हैदराबाद, नासिक, औरंगाबाद, बंगलुरू, चेन्नई, जयपुर व उज्जैन सहित 12 शहर से जुटाए हैं। इसमें करीब 60 हजार विवाह योग्य युवक-युवती का डाटा एकत्रित किया गया है।
संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वीरेंद्रकुमार जैन बताते हैं कि संस्था देशभर में पिछले 28 साल में 200 से अधिक परिचय सम्मेलन आयोजित कर चुकी है। शादी की उम्र पिछले पांच साल के मुकाबले अब और आगे बढ़ गई है।
22 फीसद युवकों के विवाह के लिए लड़कियां नहीं
भारतीय जैन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रफुल्ल पारेख के अनुसार समाज में 22 फीसद युवकों के विवाह के लिए लड़कियां नहीं हैं। समाज में लड़कियों का शिक्षा प्रतिशत लड़कों से अधिक है। लड़कों और लड़कियों की संख्या में अंतर इसका एक बड़ा कारण है।
ये कारण आए सामने
– युवा करिअर को प्राथमिकता दे रहे हैं। व्यापार, व्यवसाय और नौकरी में एक मुकाम हासिल करने के बाद शादी करना चाहते हैं।
– पहले ग्रेजुएशन के बाद लड़कियों का रिश्ता तय कर दिया जाता था, लेकिन लड़कियां अब हायर एजुकेशन और करिअर पर फोकस कर रही हैं।
– अधिकांश लड़कियां बड़े शहर में ही शादी करना चाहती हैं। इसमें भी समान प्रोफेशन वालों को तवज्जो दी जा रही है।
नजर आ रहा समाजिक बदलाव
अखिल भारतीय श्वेतांबर जैन महासंघ के सचिव योगेंद्र सांड का कहना है कि हमने मध्य प्रदेश के इंदौर में जनगणना के जो एक हजार फॉर्म भरवाए थे, उसमें इंदौर में 10 लड़कों पर लड़कियों की संख्या 7.75 आई थी। इंदौर में श्वेतांबर जैन समाज की जनसंख्या 60 हजार है। दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद के पूर्व अध्यक्ष प्रदीपकुमार कासलीवाल के अनुसार समाज में एक हजार लड़कों पर लड़कियों की संख्या 833 है। दिगंबर जैन समाज की आबादी 80 हजार है।
देश में जैनों की कुल आबादी : 44 लाख 51 हजार 753
पुरुष : 22 लाख 78 हजार 597
महिला : 21 लाख 73 हजार 156
(2011 की जनगणना के अनुसार)