यह महज विवाह प्रमाण पत्र नहीं है, जो 21 जून आर्य समाज पाबूपुरा जोधपुर से जारी हुआ, कभी कोई लव जेहाद का शिकार और कभी दूसरे धर्म में।
बालोतरा के मुकेश प्रजापत से यह शादी नहीं, हमारी एक और कन्या जैन धर्म से निकल गई। हमारे समाज की लड़कियों का पलायन जारी है, और हम कुछ नहीं कर पा रहे हैं। समाज की इस लूट पर भी किसी का ध्यान जाएगा?
धर्मनिष्ठा खत्म हो रही है और हम केवल आपस में ही विवाद का, पंथवाद-संतवाद को बढ़ावा देने में लगे हैं, युवाओं के और विशेष कर लड़कियों के पलायन की ओर कोई ध्यान नहीं।