1. तुरंत दो शाकाहारी हॉस्टल की शुरूआत
2. बजट में जैनों के 30 करोड़ का प्रावधान बढ़ाकर 350 करोड़ रुपये
3. तत्काल प्रभाव से जैन पुजारियों के 6000 प्रति माह
4. जैन बच्चों को मिडडे मील में अण्डे की जगह गुड़ मूंगफली
5. छ: माह के भीतर जैन आयोग
6. मुस्लिमों की तरह जैनों को भी सिविल टेण्डरों में 4 फीसदी आरक्षण
7. अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थाओं को खाली सीट सामान्य से भरने की सुविधा
24 मार्च 2025 /चैत्र कृष्ण दशमी /चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/ शरद जैन /
पहले बेलगाव में हजारों की विरोध सभा के बाद वरूर में आचार्य श्री गुणधरनंदी जी पत्रकार सम्मेलन में अपनी बात कहते-कहते उनकी आंखों से आंसुओं की धारा निकल पड़ी। अपने लिये नहीं, अपने तीर्थ के लिए भी नहीं, पर जैन समाज के लिये। कितनी बार निवेदन कर चुके, पर सरकार आश्वासन के अलावा जैन समाज के लिये कुछ नहीं कर रही, अब कल आखिरी आवेदन होगा, जिसके लिये हर तालुका, जिले से 600 लोगों को जोड़कर भेजा जायेगा। सरकार ने तब भी नहीं सुना, तो इस बार कर्नाटक में महावीर स्वामी जन्म कल्याणक पर हर तालुका में शोभायात्रायें नहीं, विरोध यात्रायें निकलेंगी। तब भी नहीं मानी तो 8 जून को लाखों लोगों के साथ विधानसभा का घेराव-प्रदर्शन होगा, और तब भी नहीं मानी, तो मैं स्वयं अन्न-जल त्याग करके विधान सभा के सामने आमरण अनशन कर समाधि लूंगा’ ये वो सख्त वचन थे, जो आचार्य श्री के मुख से निकले और सरकार को 24 घंटे में कार्यान्वयन करने को मजबूर कर दिया।
आचार्य श्री गुणधरनंदी जी ने चैनल महालक्ष्मी को बताया कि जैसे ही अगले दिन 600 लोगों को भेजा, तत्काल अल्पसंख्यक मंत्री जमीर अहमद अन्य मंत्रियों के साथ वहां पहुंचे और अपना भाषण की ‘जय जिनेन्द्र’ से शुरू कर, घोषणायें शुरू कर दी। उन्होंने तत्काल जैन तथा शाकाहार छात्रों के लिये दो हॉस्टल – बेलगाव व धारवाड़ में खोलने की घोषणा की और 24 घंटे भी नहीं गुजरे थे कि दो किराये की इमारतों में इनकी शुरूआत भी हो गई। सोमवार से बुधवार रोजाना विधानसभा में जैनों के लिये चर्चा हुई और मीडिया में भी जैन मांग की बातें जगह पाती रही। भूतपूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सवदि ने विधानसभा में जैनों की हर मांग को उठाया, जिस पर अल्पसंख्यक मंत्री जमीर अहमद ने सकारात्मक घोषणायें की। मंगलवार को विधानसभा में तत्काल प्रभाव से बजट चर्चा में जैन पुजारियों को 6000 रुपये प्रति माह देने की घोषणा हो गई। जैनों के लिये बजट प्रावधान 30 करोड़ से बढ़ाकर 350 करोड़ कर दिया।
बुधवार को किराये की इमारतों में दो हॉस्टल बेलगाम व धारवाड़ में खोल दिये, भविष्य में सरकार उनका निर्माण करेगी। अब तक जैन छात्र मांसाहारी हॉस्टलों में रहने को मजबूर थे, पर आजादी के 78 साल में एक साथ 7 तोहफे शायद आज तक नहीं मिले थे।
सरकारी टेण्डरों में मुस्लिमों को 4 फीसदी आरक्षण देने की बात पर पूरे देश में होहल्ला हो रहा था, अब सरकार ने जैनों को भी सिविल वर्क्स सरकारी टेण्डरों में 4 फीसदी का आरक्षण घोषित कर दिया।
अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों ने अब तक अल्पसंख्यक वर्ग से ही सीटें भरनी होने के कारण अधिकांश सीट खाली रह जाती थी, जिससे शिक्षण संस्थान की आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाती और वो बंद होने की स्थिति में पहुंच जाते। अब सरकार ने उन खाली सीटों को सामान्य केटेगरी में भरने का आदेश जारी कर उनकी वित्तीय परेशानियों से निजात दिला दी।
विभिन्न राज्यों की तरह कर्नाटक में भी बच्चों को मिड डे मील में अण्डा दिया जाता है, अब सरकार ने जैन तथा अन्य शाकाहारी छात्रों के लिये अण्डे की जगह मूंगफली-गुड़ की घोषणा कर दी।
कुछ समय में ही जैन आयोग बनाने की घोषणा की और कहा कि अगर कोई तकनीकी दिक्कत आई तो भी 6 माह के भीतर उसे दूर कर शुरू कर दिया जाएगा।
आचार्य श्री गुणधरनंदी जी के अथक प्रयासों ने 78 साल के आजाद भारत में ऐेसी 7 भेंट कर्नाटक सरकार से मिली है जो निश्चित ही सराहनीय है। पूरी जानकारी चैनल महालक्ष्मी के एपिसोड नं. 3228 में भी देख सकते हैं।
चैनल महालक्ष्मी चिंतन :
कर्नाटक सरकार द्वारा जैन समाज के प्रति की गई यह पहल एक सराहनीय शुरूआत है। राजनीतिक रंग देने की बजाय इस पहल की तरह, अन्य राज्यों में भी जैन समाज के लिये विभिन्न सरकारों द्वारा इस तरह की शुरूआत कर जैनों के प्रति उचित न्याय किया जाये। इसके लिये श्रमण व श्रावकों को एकजुट होकर पहल करनी होगी। अल्पसंख्यक में भी अतिअल्पसंख्यक जैन समाज को निश्चित ही आज भी उनके अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है।