इंदौर के ये डॉक्टर हैं नवनीत जैन जी, जैसे ही आप उनके चेंबर में घुसेंगे तो आपको एक तख्ती दिखाई देगी। जिस पर लिखा है-कृपया सैनिक भाई और उनके परिवार वाले फीस न दें, क्योंकि आप अपनी फीस बॉर्डर पर ही दे चुके हैं।
पढ़कर उत्सुकता जगती है और फिर वजह सुनने के बाद सम्मान। यह हैं इंदौर शहर के कान, नाक, गला विशेषज्ञ डॉ. नवनीत जैन। सैनिकों के त्याग और बलिदान को सम्मान देने के लिए आज से चार साल पहले उन्होंने यह पहल की। इसमें वे सैनिकों और उनके परिजन का इलाज मुफ्त करते हैं। यहां तक की ऑपरेशन का भी पैसा नहीं लेते।
सिर्फ उन्हें अपने साथ सैनिक होने का पहचान-पत्र लाना होता है। डॉ. जैन ने बताया कि बचपन से जब वे सुनते थे कि सैनिक बॉर्डर पर देशभक्ति के भाव से डटे रहते हैं तो मन में उनके लिए एक अलग सम्मान की भावना जाग उठती थी।
बड़े होने पर मैंने आर्मी ज्वाइन करने का मन बनाया, लेकिन माता-पिता के आग्रह की वजह से नहीं जा पाया। डॉक्टर तो बन गया, लेकिन मन में हमेशा एक कसक रह गई कि बॉर्डर पर जाकर कुछ नहीं कर सका। उसी कसक को दूर करने और दिल से नमन करने और संतुष्टि के लिए मैंने यह पहल की।
हर दिन गरीबों को बांटते हैं चप्पल :
यही नहीं, डॉ. जैन की कार में हमेशा 25 से 30 अलग-अलग साइज की नई चप्पलें रहती हैं उन्हें जो भी रास्ते में या क्लीनिक में बिना चप्पल के दिखता है वो उसे उतरकर चप्पल पहनवाते हैं। 10 सालों से डॉ. जैन यह कर रहे हैं।
एक शानदार मिसाल पेश की है जैन डॉक्टर भाई ने, अन्य डॉक्टरों, स्कूल संचालकों, होटलों, रेस्तरां व अन्य के लिए। चैनल महालक्षी और सांध्य महालक्ष्मी परिवार की ओर से उनकी इस सुविधा के लिए हार्दिक नमन।