कटु है लेकि न सत्य है कि जैन समाज मे दिनो दिन तलाक बढ़ते जा रहे है कारण निम्न प्रकार हो सकते है :
1कुछ परिवारो मे विवाह उपरान्त दहेज की मांग
2 लड़की वालो की अनर्गल शर्ते मानकर विवाह करना
3 लड़की के परिवार वालो द्वारा लड़की के ससुराल मे अनावश्यक हस्तक्षेप
4 लड़की द्वारा ससुराल की सम्पति पर बँटवारे का दबाव डालना
5 . लड़की यदि नौकरी वाली है तो उसके माता पिता द्वारा शादी के बाद भी उसके वेतन से धन प्राप्ति का लालच
6 लड़की का बिना मर्जी के माता पिता के दबाव मे शादी करना
7 . लड़का -लड़की द्वारा अलग-2 जगह नौकरी करना
- रोजगार कैरियर को वैवाहिक कैरियर से अधिक प्राथमिकता देना
9 धन एवं विलासिता को चरित्र एवं संस्कार की तुलना मे प्राथमिकता देना
- समय पर विवाह न करना
- लड़की के माता पिता द्वारा लड़की पर सास ससुर से अलग रहने के लिये प्रेरित करना
- लड़का लड़की मे अनावश्यक अहम भावना का होना। समर्पण का अभाव .
13 . पाश्चात्य संस्कृति से जीने की अभिलाषा जिसे प्रत्येक परिवार इजाजत नही देता
- लड़की द्वारा अपनी शिक्षा को सास-ससुर के अनुभव से बडा मानना
15 . जीवन का अर्थ भौतिक विलासिता को मानना
16 एक दूसरे को अपमानित करना व नीचा दिखाने का प्रयास
- लड़की के आत्मनिर्भर होने के कारण छोटी छोटी बातो पर माता पिता का यह कहना कि ससुराल छोड़कर आ जाओ। क्यों कि उन्हें पता है लड़की कमाऊ होने पर उन्हे उसका खर्च नही उठाना पडेगा। लड़का – लड़की के माता पिता को उनके सफल वैवाहिक जीवन की परवाह न होना।
इसके अतिरिक्त भी कई कारण हो सकते है।
उपाय:-
तलाक के कारणो को ना पनपने दे। ध्यान रहे “तलाक” का जैन एवं हिन्दू धर्म मे कोई प्रावधान नही है। तलाक हमारा शब्द ही नही है। इसका जीवन मे प्रयोग ना होने दे। विवाह से पहले तय कर ले कि यह सात दिन का नही सात जन्मो को बंधन है, 25 वर्ष की आयु पूर्व विवाह करे । तलाक जैसी दुर्घटना से बचने का यही एक मात्र उपाय है। लड़कियो की 18 वर्ष से एवं लड़को की 21 वर्ष होते ही विवाह की तैयारी प्रारंभ कर देवे । लड़कीयो को स्नातक होते ही पूर्व मे ही बतादे कि शीघ्र विवाह करना है। यदि नौकरी करनी है तो शादी के बाद करे
रोजगार लगने के बाद अभी 2-4 वर्ष क मा ले / मकान बना ले / कार खरीद ले तब शादी करेंगे ऐसा ना करे। रोजगार लगते ही तुरन्त विवाह करे।
यदि शादी पूर्व आपने अपनी पुत्री को नौकरी की इजाजत नही दी तो 50% लोगो की समस्याये स्वतः ही हल हो जायेगी ।