संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा शाकाहारी हैं। 70% से अधिक भारतीय मांसाहारी हैं, लेकिन हर साल प्रति व्यक्ति मांस की खपत में भारत आखिरी पायदान पर है।
2020 तक के आंकड़ों के अनुसार भारत में 40 करोड़ के ऊपर लोग शाकाहारी हैं, लेकिन वीगन की संख्या भी 50 लाख के ऊपर जा चुकी है। दरअसल, कैंसर, डायबिटीज और मोटापे से लड़ने में वीगन भोजन मददगार साबित हो रहे हैं।
70 प्रतिशत कार्बन उत्सर्जन रुक सकता है, जिससे ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज की समस्या बनी हुई है। यानी सिर्फ खाने में बदलाव करने से ग्लेशियर का पिघलना, सूखा, बाढ़ जैसी समस्याओं से निजात मिल जा सकती है।
-भास्कर से साभार