हां, गिरनार जी में 2000 फुट नीचे खाई में गिर कर, पास से गुजरते रहे तेंदुए जैसे खतरनाक जानवर, कैसे निकाले गए 40 घंटे बाद, एक हृदय विदारक घटना, जो सचमुच चमत्कार से कम नहीं

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06 जुलाई 2023/ श्रावण अधिमास कृष्ण तृतीया/चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/ शरद जैन/ दिल्ली/EXCLUSIVE
यह तो आप में से अधिकांश लोग जानते होंगे कि परसों बुधवार 5 जुलाई को गिरनार पर्वत पर भिंड आदि क्षेत्रों से एक ग्रुप लगभग 30 लोगों का वंदना करने गए पर लगभग दोपहर 1:30 बजे के आसपास उन्हीं में से एक 58 वर्षीय श्री मदन मोहन फूप निवासी ,भिंड जिले के जज लापता हो गए। बाकी सब लौट आए, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला।

भावनाथ पुलिस स्टेशन में दिनांक 5 जुलाई 2023 को श्री मदन मोहन जैन जी के परिवार द्वारा उनके गुम होने की शिकायत दर्ज कराई गयी है लेकिन कल शाम तक उनका अता पता नहीं रहा। तब एनडीआरएफ की टीम, फॉरेस्ट विभाग की टीम ने तलाश शुरू करी।

आज सुबह लगभग 3.30 बजे वह मिल गए। अहमदाबाद के धीरज जैन ने चैनल महालक्ष्मी को इस बारे में पूरी जानकारी देते हुए बताया कि वे कई वर्षों से फू्प गांव के, जो भिंड से 13 किलोमीटर की दूरी पर है, वहां के चमत्कारिक पारसनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करते रहे हैं और उसका वह बहुत प्रताप भी मानते हैं ।

क्या हुआ इन 40 घंटों में? कैसे हो गए लापता?
क्या क्या हुआ ? गुजरते जा रहे थे, तेंदुए और खतरनाक जंगली जानवर भी। पर उनको साफ लग रहा था कि भगवान नेमिनाथ और भगवान पारसनाथ जी की शक्ति उनके साथ है। इसलिए कोई जानवर उनको नहीं छेड़ रहा है। गजब का दृश्य था , जो सुनाएंगे, आप दंग रह जाएंगे।
और फिर यह नेमिनाथ भगवान का प्रताप कहा जाए , उस 72 करोड़ 700 मुनि राज्यों की मोक्ष स्थली का वह चमत्कार था, जिससे उनकी जान बच गई,
जो उनके साथ हुआ , वह आप सोच भी नहीं सकते।
कहां से कहां 2000 फुट नीचे गिर गए, होश नहीं था,
40 घंटे वह आवाज देते रहे , गिरे तब भी बच गए और वही आवाजों से उन्हें बचाया जा सका। रात के अंधेरे में टीमें ढूंढ रही थी,
जहां पर आज भी रात में चीते तेंदुए जंगलों में घूमते देखते हैं उस जगह पर कैसे निकले वह 40 घंटे?

कैसे मिले? वह सब ताजा तस्वीर , उनका क्या अनुभव है, उन्हीं के मुख से , ऐसा बहुत कुछ,
पूरी जानकारी आज 7 जुलाई को, चैनल महालक्ष्मी अपने शुक्रवार रात्रि 8:00 बजे के विशेष एपिसोड में देगा ।

किसी को विश्वास नहीं होता, पर होता जरूर है ।
भगवान के चरणों की रज में, आज भी छिपा कोहिनूर है।

देखिएगा जरूर आज रात्रि चैनल महालक्ष्मी पर एपिसोड नंबर 1972 को रात्रि आठ बजे।