राजा दशरथ के जीव का अगली पर्याय में रत्नपुरी के महाराजा भानुराज की महारानी सुव्रता जी के गर्भ से माघ शुक्ल त्रयोदशी को आज 25 फरवरी दिन गुरुवार तीर्थंकर धर्मनाथ जी का जन्म हुआ। आपकी आयु दस लाख वर्ष और कद 45 धनुष था।
5 लाख वर्ष राज करने के बाद एक दिन बिजली गिरने का दृश्य देखकर वैराग्य की भावना बलवती हो गई और एक हजार राजाओं के साथ रत्नपुर नगर के शांतिवन में पहुंचे, वहां पंचमुष्टि केशलोंच कर सप्तछद वृक्ष के नीच तप धारण किया, उसी जन्म के दिवस माघ शुक्ल त्रयोदशी संध्या के समय पुष्प नक्षत्र में 1000 राजाओं के साथ जैनेश्वरी दीक्षा ग्रहण की |
1008 तीर्थंकर धर्मनाथ जी जन्म तथा तप कल्याणक महापर्व की जय