आज प्रातः ही गृहस्थ जीवन को छोड़, दीक्षा ग्रहण की और उसके बाद देवलोकगमन, जीवन के अंतिम श्रेष्ठतम लक्ष्य को पाकर धन्य जीवन, हमारा नमन

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श्री डूंगर मल जैन द्वारा आज27 फ़रवरी को प्रातः 8 बजे ही आचार्य सौभाग्य सागर जी से दिल्ली के ग्रीन पार्क दिगंबर जैन मंदिर में मुनि दीक्षा ली और उसके बाद प्रातः 11:11 पर शिष्य शुभकर्म सागर जी महाराज का देवलोक गमन हो गया ,

पश्चिम विहार के श्री डूंगर मल जैन द्वारा गृहस्थ जीवन से दीक्षा जीवन की ओर बढ़ कर, इस तरह जीवन के अंतिम समय में श्रेष्ठ मार्ग को पाकर समाधि ग्रहण करना निश्चय ही इस जीवन का श्रेष्ठतम लक्ष्य है कुछ समय बाद अंतिम क्रिया है की गई।