2700 साल पुराना भगवान आदिनाथ जैन मंदिर है : तीर्थंकर भगवान महावीर ने एक बार इस गांव में अपना चातुर्मास भी किया

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21 मई 2022/ जयेष्ठ कृष्णा छठ /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
एक ऐसे तीर्थ जहां देवाधिदेव श्री १००८ भगवान आदिनाथ की 2700 वर्ष प्राचीन प्रतिमा जी विराजमान है। तीर्थंकर भगवान महावीर ने एक बार इस गांव में अपना चातुर्मास भी किया था।

झारखंड राज्य के खरसनवा सरायकेला जिले के देवलटांड गांव में स्थित 2700 साल पुराना भगवान आदिनाथ जैन मंदिर है, इस स्थान की उपेक्षा काफी समय से रही है, वैसे यह सबसे बड़े दर्शन स्थलों में से एक हो सकता है।

देवलतांड प्राचीन एवं भव्य दिगंबर जैन मंदिर लगभग 2700 वर्ष प्राचीन है| इसका भव्य शिखर अत्यंत मनोहारी है तथा यहाँ भगवान पार्श्वनाथ की खड्गासन प्रतिमा विराजमान है|

यह मंदिर झारखंड राज्य के आदिवासी क्षेत्र में स्थित है। इसलिए, मंदिर का प्रबंधन और पूजा देवलटांड गांव के स्थानीय आदिवासी लोग करते हैं। इस गांव में रहने वाले लोगों को ‘सरक’ कहा जाता है। वे पहले जैन थे और अब इस मंदिर की देखभाल करते हैं।

देवलतांड का अर्थ है देव का स्थान। कोई भी इस गांव की यात्रा कर सकता है और जैन मंदिरों के सुंदर व मनोहर प्राचीनतम धरोहर के दर्शन कर सकता है।

कैसे पहुंचे
यह जिला मुख्यालय सरायकेला से उत्तर की ओर 47 KM दूर स्थित है। राज्य की राजधानी रांची से 80 किमी स्थित है। यह स्थान टाटा-रांची मार्ग पर मुख्य सड़क से 3 किमी दूर अंदर है ।

एक बार इस अद्भुत स्थान के दर्शन को अवश्य जाए ।