1 सितम्बर 2022/ भाद्रपद शुक्ल पंचमी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
शरीर से पहचान बनाने वाले इंसान ने, कभी अपनी असली पहचान, क्या स्वयं ही देखी है, शायद आज तक नहीं, थोड़ी पाठ पूजा, थोड़ा दान, अपना सम्मान, ज़रूरत मंदो को ज़रूरत की वस्तु प्रदान करना, भूखों को खाना खिलाना, मंदिरो में दान देकर संतुष्ट हो जाते हैं कि बहुत बड़ा धर्म कार्य किया, हम सभी पुण्य को धर्म मान के पुण्य कमाने में जुटे पड़े हैं,
आज तक चिंतन करने की ज़रुरत ही महसूस नहीं की, अब चंद मिनट अपने लिए निकालिये, जनम मरण के इस चक्कर को ख़त्म करना हर कोई चाहता है, पर उस रास्ते पर चलना नहीं चाहता. बस कुछ समय निकाले, एक बार नाटिका के रूप में देख कर चिंतन तो कर सकते हैं, विश्वास कीजिये एक बार एक घंटे का समय निकला तो जीवन को जीने की दिशा बदल जाएगी,
तैयार है आप. शुक्रवार, 2 सितम्बर को रात्रि आठ बजे श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर, जागृति एनकलेव, दिल्ली-110092 में LIVE देखिये या फिर YOU TUBE पर LIVE – CHANNEL MAHALAXMI पर देखिये. एक बार मन से देखा, भीतर उतरा, तो जीवन का अंदाज़ बदल सकता है, मैं कौन हूँ को जान सकता है,
क्या है वो, जानिए और बदल दीजिये अपनी नकली को असली पहचान में ,लेकिन अपने आप को जाने कैसे? यह प्रश्न हर व्यक्ति का होता है।
यही एक छोटी सी विधि लेकर बच्चों द्वारा नाटिका तैयार करी है, जानिए आख़िर “ मैं हूँ कौन”?ताकि जन जन इसका लाभ प्राप्त कर सकें
तो हाँ शुक्रवार. 2 सितम्बर को रात्रि आठ बजे YouTube/CHANNEL MAHALAXMI पर LIVE देखना न भूले. एक नाटिका जो बदल सकती है आपकी दुनिया