चांदखेड़ी में कुबेर द्वार पर 24 तीर्थंकर के चिह्न वाला 23 दिन में तैयार 8 टन वजनी मैसूर की काली शीशम से निर्मित 32 फीट ऊंचा व सवा 16 फीट चौड़ा दरवाजा मुख्य आकर्षण: 6 दिवसीय पंचकल्याणक महोत्सव शुरू

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चंद्रोदय तीर्थ क्षेत्र चांदखेड़ी में 6 दिवसीय पंचकल्याण महोत्सव का आगाज मंगलवार को गर्भ कल्याण से होगा। समारोह में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए विशेष 32 फीट का विशाल दरवाजा बनाया जा रहा है जो यहां अाने वाले हर किसी के लिए मुख्य आकर्षण होगा। मैसूर की काली शीशम की लकड़ी से निर्मित 32 फीट ऊंचा व सवा 16 फीट चौड़ा यह दरवाजा चंद्राेदय तीर्थ के कुबैर द्वार पर लगेगा।

इसका निर्माण भीलवाड़ा में किया गया है। तीर्थ कमेटी के अध्यक्ष हुकम जैन काका ने बताया कि भीलवाड़ा में निर्मित यह दरवाजा हैंडिक्राफ्ट इंडस्ट्रीज द टेंपल डोर फैक्ट्री ने तैयार किया है, जाे देश के जैन मंदिराें में पहला इतना विशाल दरवाजा हाेगा। इसको भीलवाड़ा में पवन आर्या और उनके 65 कारीगराें की टीम ने 23 दिन में तैयार किया है। इसमें बहुत ही बारीक कारीगरी की गई है। इसका वजन 8 टन के करीब है। यह मंगलवार सुबह चांदखेड़ी पहुंच जाएगा और सुबह जल्द ही श्रद्धालुओं के स्वागत में खड़ा कर दिया जाएगा।


चंद्राेदय तीर्थ में पंचकल्याणक महाेत्सव अाज से, 300 जिन प्रतिमाअाें काे सुधासागर महाराज देंगे सूर्य मंत्र

खानपुर|पंचकल्याणक महाेत्सव का मुख्य आकर्षण उदयपुर का सेमारी बैंड होगा। प्रतिदिन आयोजित होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों में यह बैंड अपनी स्वर लहरियों से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध करेगा। इसके अलावा मंदिर परिसर आकर्षक राेशनी से जगमगा उठा है। तीर्थ क्षेत्र में रंगोलियां भी आकर्षक का केंद्र होंगी। चंद्रोदय तीर्थ चांदखेड़ी में पंच कल्याणक महोत्सव की शुरुआत मंगलवार सुबह सवा छह बजे मंगलाष्टक, दिग्बंधन के साथ ध्वजारोहण से होगी। रात को आदि कुमार के गर्भ में आते ही इंद्र का आसान कम्पायमान होना। साैधर्म इंद्र सभा, कुबैर द्वारा रत्न वृष्टि और स्वर्ग से सुंदर अयोध्या नगरी की रचना आदि श्रावक-श्राविकाएं साक्षात देखेंगे। दूसरे दिन बुधवार को भी गर्भ कल्याणक के ही आयोजन होंगे। इसके बाद भगवान के जन्म, तप, ज्ञान व मोक्ष कल्याण होगा। मोक्ष कल्याण के साथ ही आदि कुमार भगवान आदिनाथ बनेंगे।

दरवाजे पर 24 तीर्थंकर के चिह्न अाैर सुंदर नक्काशी है खास
320 साल बाद हो रहा आयोजन

320 साल बाद हो रहे पंच कल्याण महोत्सव में देशभर से आई 300 जिन प्रतिमाओं को सूर्यमंत्र देकर प्रतिष्ठित किया जाएगा। समारोह में सिंगापुर, कनाड़ा के एनआरआई इंद्र बनेंगे। आयोजन के लिए तीर्थ क्षेत्र में 90 गुना 250 मीटर का वाटर प्रूफ डोम बनाया गया है। साथ ही विशाल पांडाल में भोजनशाला का निर्माण किया गया है, जिसमें एक साथ 10 हजार व्यक्ति भोजन कर सकेंगे वह भी सोशल डिस्टेसिंग के साथ।

महाराजा नाभिराय एवं माता मरूदेवी का लगेगा दरबार: पंचकल्याणक महोत्सव के दौरान महाराजा नाभिराय एवं माता मरूदेवी का दरबार लगेगा और बालक आदिनाथ के माता के गर्भ में आने से पूर्व नगर में उत्सव मनाया जाएगा। पंचकल्याणक महोत्सव में देश-विदेश से यात्री चांदखेड़ी पहुंचना शुरू हो गए हैं। जन्मकल्याणक शोभायात्रा 16 दिसंबर को होगी।
इस विशाल दरवाजे पर सुंदर नक्काशी के साथ जैन समाज के 24 तीर्थंकर के चिह्न हाेंगे, जाे इस दरवाजे का अाकर्षण बढ़ाएंगे। महाराजश्री के अादेश पर यह दरवाजा दिन-रात की तैयारी के बाद तैयार हुअा है।
– दैनिक भास्कर से साभार