पार्श्वनाथ समवशरण से सुधासागर जी महाराज ससंघ की विहार यात्रा से बना आस्था का हाईवे

0
1965

रथयात्रा में सात हाथियों पर साैधर्म इंद्र

बिजौलिया ,दिगंबर जैन पार्श्वनाथ तीर्थ क्षेत्र में लगातार दो चातुर्मास के बाद मुनि पुंगव सुधासागर जी  महाराज संघ का गुरुवार दाेपहर 1:15 बजे हुआ विहार एतिहासिक बन गया।

{ तपाेदय तीर्थ से उनकी विदाई में देशभर से इतने श्रद्धालु पहुंचे कि रथयात्रा करीब दाे किलाेमीटर लंबी हाे गई। मुनि संघ 2 मार्च काे देशनोदय तीर्थ चंवलेश्वर पहुंचेगा।

{ पहला पड़ाव सलावटिया में हुआ। यहां से शुक्रवार सुबह 6 बजे विहार हाेगा। मुनि श्री सुधासागर जी  महाराज वर्ष 2019 का वर्षा चातुर्मास करने बिजाैलिया पधारे थे।

{ चातुर्मास बाद कुछ समय प्रवास रहा और काेराेना के चलते देशभर में लाॅकडाउन लग गया। मुनि संघ ने प्रशासनिक गाइडलाइन की पालना करते हुए कहीं विहार नहीं किया।

{ यात्रा मार्ग में जयकारों के बीच दर्जनाें बग्गियों में सवार इंद्र-इंद्राणी आशीर्वाद दे रहे थे। झांकी अजमेर से लाए गए रथ में विराजित थी। ट्रेलर में विमान पर इंद्र बैठे थे।

विदाई देने हजाराें भक्त पहुंचे, जाे शाेभायात्रा में भावविभाेर हाेकर चल रहे थे।

चातुर्मास…2020 का चातुर्मास बिजाैलिया  हुआ। लगातार दाे चातुर्मास और चतुर्मुखी पार्श्वनाथ भगवान की प्रतिमा के पंचकल्याणक महाेत्सव के बाद विहार किया है।

पदयात्रा का आकर्षण

80 किमी दूर चंवलेश्वर 6 दिन में पहुंचेगा मुनि संघ

500 महिलाएं थामे थीं धर्म ध्वजा

30 वैन पर लगाई गईं थीं झाकियां

5 हजार के करीब श्रद्धालु पहुंचे

7 हाथियाें पर सवार थे साैधर्म इंद्र

18 माह रहा मुनि संघ का प्रवास

02 टीमाें ने डुलाए चंवर

2 किमी लंबी विहार रथयात्रा की भव्यता