18 अक्टूबर 2022/ कार्तिक कृष्णा अष्टमी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी
आज परम गुरु भक्त ,जबेरा के ब्र० संयम भैया का,जो हैदराबाद में M tech की शिक्षा हेतु अध्यनरत थे।वे जल्द ही अपनी शिक्षा को पूर्ण करके मुनि श्री प्रणम्य सागर जी के चरणों मे संयम ग्रहण करने की भावना व्यक्त कर चुके थे ,
लेकिन अचानक ह्रदय घात हो जाने से प्रातः 11:30 बजे 22 वर्ष की अल्प उम्र उनका निधन हो गया।
इनका पूरा परिवार आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के चरणों मे पूर्ण समर्पित है। भया जी की बहन आचार्य संघ में सात प्रतिमा धारी है।पिता श्री ओर माताजी भी आचार्य श्री से प्रतिमा ग्रहण किये हैं।
भैया जी के विषय मे कहा जाता है कि वे वात्सल्य अंग के धनी थे।इस वर्ष पूज्य गुरुदेव प्रणम्य सागर के चरणों मे पनागर में दस लक्षण पर्व पर व्यतीत किये।परम् गुरु भक्त ,जबेरा के ब्र० संयम भैया का,जो हैदराबाद में M tech की पढ़ाई कर रहे थे और शीघ्र ही पढ़ाई पूर्ण करके मुनि श्री प्रणम्य सागर जी के चरणों मे संयम ग्रहण करने की भावना व्यक्त कर चुके थे ,आज अचानक ह्रदय घात हो जाने से प्रातः 11:30 बजे देहावसान हो गया।संयम भैया मात्र 22 वर्ष के थे।
संयम भैया का पूरा परिवार आचार्य श्री के चरणों मे समर्पित है।उनकी बहन आचार्य संघ में सात प्रतिमा धारी है।पिता श्री ओर माताजी भी आचार्य श्री से प्रतिमा ग्रहण किये हैं।
संयम भैया वात्सल्य अंग के धनी थे।इस वर्ष पूज्य गुरुदेव के चरणों मे पनागर में दस लक्षण पर्व पर भी उपस्थित थे।जबेरा में एक दिन के प्रवास में पूज्य मुनि श्री की मंगल आहारचर्या भी आप ही के यहां सम्पन्न हुई थी।
इस आकस्मिक ह्रदय विदारक घटना से सभी गुरुभक्त परिवार शोकाकुल हैं।
ऐसे धर्मात्मा,वात्सल्य के धनी ,गुरुभक्त निश्चित ही पुनः श्री जिनेन्द्र देव के चरणों में
जिनधर्म को प्राप्त होंगे,ऐसी हमारी मंगल कामना है।