दशम प्रतिमा धारी ब्रह्मचारी भगवानदास जी की यम सल्लेखना पूर्वक णमोकार महामंत्र सुनते हुए पूर्ण हुई समाधि

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समाधि सम्राट परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्य भगवंत १०८ श्री विद्यासागर जी महामुनि राज (ससंघ) के सानिध्य में दशम प्रतिमा धारी ब्रह्मचारी भगवानदास जी, आचार्य ज्ञान सागर व्रती आश्रम, नेमावर की महावीर जयंती २५ अप्रैल से १७ जल उपवास, ३ निर्जल उपवास एवं १५ मई से वस्त्र त्याग पूर्वक यम सल्लेखना प्रारंभ होकर,

आज (18 may) प्रातः ०१:३६ पर निर्यापक श्रमण मुनि श्री योग सागर जी महाराज एवं मुनि श्री निस्सीम सागर जी महाराज जी के मुखारविंद से णमोकार महामंत्र सुनते हुए पूर्ण हुई