धन्य धन्य वे लोग यहां जो आज रहे सिर टेक
मस्तकाभिषेक, बाहुबली भगवान का मस्तकाभिषेक
हो.. मस्तकाभिषेक महा मस्तकाभिषेक
बीते वर्ष सहस्र मूर्ति यक कबकी गड़ी हुई
खड़े तपस्वी का प्रतीक बन कबसे खड़ी हुई
श्री चामुन्डरय की माता, इसका श्रेय उन्हीं को जाता
उनके लिये गढ़ी प्रतिमा से, लाभान्वित प्रत्येक.मस्तकाभिषेक बाहुबली भगवान का …
ऋषभदेव पितु मातु सुनन्दा, भ्राता भरत समान
घुट्टी में श्री बाहुबली को मिला धर्म का ग़्यान
चक्रवर्ती का शीष झुकाकर, प्रभुता छोड़ी प्रभुता पाकर
विजय गर्व से पहले प्रभुने धरा दिगम्बर भेख.
मस्तकाभिषेक बाहुबली भगवान का …
पर्वत पर नर नारि चले, कलशों में नीर भरे
होड़ लगी अभिषेक प्रभु का, पहले कौन करे
नीर क्षीर की बहती धारा, फिर भी न भीगा तन सारा
ऐसी अन्य विशाल मूर्ति का कहीं नहीं उल्लेख
मस्तकाभिषेक बाहुबली भगवान का …
ऐसा ध्यान लगया प्रभु ने, रहा न कोई ध्यान
किस किसने चरणारविन्द में बना लिया है स्थान
बात उन्हें यह भी न पता थी, तन लिपटी माधवी लता थी
ये लाखों में एक नही, दुनिया भर में एक
मस्तकाभिषेक बाहुबली भगवान का …
महक रहे चन्दन केशर, पुष्पों की झड़ी लगी
देखन को यह दृष्य भीड़ कितनी बड़ी लगी
ऐसी छटा लगे मन-भावन, फागन बन ज्यों बरसे सावन
आज लोग वे जुड़े जिन्होंने जोड़े पुन्य अनेक
मस्तकाभिषेक बाहुबली भगवान का …
अपने गुरुवर सहित पधारे मुनिश्री विद्यानन्द
चारुकीर्ती की सौम्य छवि लख हर्षित श्रावक वृन्द
नगर नगर से घूम घुमाकर, आया, मंगल कलश यहां पर
एक सभी की भक्ति भावना, लक्ष्य सभी का एक
मस्तकाभिषेक बाहुबली भगवान का …
गोम्मटेश का है संदेश, धारो अपरोग्रहवाद
सब कुछ होते सब कुछ त्यागो वह भी बिना विषाद
भौतिक बल पर मत इतराओ, दया क्षमा की शक्ति बढ़ाओ
आतमहित के हेतु, हृदय में जाग्रत करो विवेक
मस्तकाभिषेक बाहुबली भगवान का …