सान्ध्य महालक्ष्मी EXCLUSIVE
दिल्ली। बी-33-40 शकरपुर पंचकल्याणक में 24 जून 2022 को ज्ञान कल्याणक महोत्सव का अवसर था। भगवान नेमिनाथ का समोशरण लगा था। उनके गणधर के रूप में आचार्य श्री अतिवीरजी मुनिराज विराजमान थे। पहले श्रोता के सवाल के उत्तर में आचार्य श्री ने द्रव्य और उसके प्रकार की सरल शब्दों में व्याख्या दी। दूसरा प्रश्न प्रतिष्ठा निर्देशन कर रहे डॉ. श्रेयांस कुमार जैन बड़ौत ने स्वयं किया कि हे प्रभु बताइये इस धरा पर विराजमान आचार्य श्री अतिवीरजी मुनिराज का चातुर्मास 2022 किस नगर में होगा। इस पर आचार्य श्री ने गणधर के रूप में कहा कि आचार्य श्री का वर्ष 2022 का चातुर्मास हरियाणा राज्य की रेवाड़ी नगर में होगा। यह उद्गार सुनते ही पांडाल में रेवाड़ी से आए श्रद्धालुओं ने हर्षविभोर हो जयकारे लगाएं। जब गणधर से तीसरा प्रश्न किया गया कि क्षुल्लक योगसागरजी का चातुर्मास कहां होगा तो गणधर के रूप में आचार्य श्री अतिवीरजी ने बताया कि उनका चातुर्मास दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में होगा।
आचार्य श्री अतिवीरजी ने रेवाड़ी चातुर्मास 2022 की घोषणा के बाद कहा कि जिनको चातुर्मास मिला, वह फूलना नहीं और जिन्हें नहीं मिला वह कुड़ना नहीं। हर साल चातुर्मास आएगा। रेवाड़ी का श्रीफल 14 वर्षों से आ रहा था, आज वनवास पूर्ण हुआ। सबसे पहले रेवाड़ी से 14 वर्ष पूर्व श्री अजित प्रसाद जैन ने चढ़ाया था, उसके बाद हर वर्ष श्रीफल चढ़ता रहा और अब 14 साल का वनवास पूर्ण हुआ और रेवाड़ी के दर्शन होंगे। अन्य समाजों – अशोक विहार, शकरपुर, त्रिनगर, विवेकानंदुपरी आदि जहां- जहां से भी लोग आए, वे अपनी भावना बनाये रखें, पता नहीं कब किसका पुण्य जागृत हो जाए।