आखिरकार क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल -जैन समाज और संतों पर अपशब्द अभद्र बोलने वाला, हो गया गिरफ्तार

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30 मई 2022/ जयेष्ठ कृष्णा अमावस्या /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
आज सोमवार देर शाम पुलिस ने आखिरकार उसकी गिरफ्तारी कर ली, जिसने जैन संतों के प्रति अपशब्द कहे, जैन समाज के प्रति अभद्र टिप्पणी की , अब है जेल की सलाखों के पीछे है।

छत्तीसगढ़ में हाल ही में जैन धर्मगुरुओं के खिलाफ विवादित बयान देने वाले छत्तीसगढ़ क्रान्ति सेना प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल की गिरफ्तारी हो गई है। सूत्रों के मुताबिक़ हसदेव फारेस्ट मामले में सरगुजा दौरे पर थे जिस दौरान बालोद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है। बता दें हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने जैन धर्मगुरुओं के खिलाफ विवादित टिपण्णी की थी जिसके बाद जैन समुदाय ने रैली निकाली थी और राजयपाल अनुसुइया उइके और मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर उन्हें गिरफ्त्तार करने की मांग की थी जिसके बाद आज उन्हें गिरफ्तार किया गया है।

बता दें शनिवार को राजधानी रायपुर में जैन समाज ने छत्तीसगढ़ क्रान्ति सेना के खिलाफ पैदल मार्च निकाला और प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल के खिलाफ राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंप कर उचित कार्रवाई की मांग की थी । सकल जैन समाज के गजराज पगारिया ने पैदल मार्च निकालने की अनुमति रायपुर के जिला प्रशासन से मांगी थी जिसके बाद उन्हें अनुमति दे दी गई थी। इस मामले में व्यापारी भी सड़कों पर उतर गए और सकल जैन समाज और शहर के व्यापारिक संगठनों के व्यापारी शनिवार को इसी वजह से पैदल मार्च निकाली थी। ये सभी जैन दादा बाड़ी में सभा के बाद राजभवन के लिए निकले थे। राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन लेकर सकल जैन समाज के लोग और कारोबारियों ने रैली निकले थी।

वहीँ दंतेवाड़ा और तिल्दा में भी समाज के लोगों और व्यापारियों ने एफआईआर दर्ज करवाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। साध्वी शुभद्रा श्री जी, वकील भूपेंद्र कोटरिया समेत कई लोग शामिल हुए थे। साध्वी शुभद्रा श्री जी ने कहा था कि किसी भी साधू-संत का अपमान नहीं होना चाहिए। जैन साधू कभी किसी के विरोध में कुछ नहीं बोलते हैं।वे एकता, प्रेम, संगठन और अहिंसा का प्रचार करते हैं ताकि वो संदेश जन-जन तक पहुंचे। सभ्य जैन साधुओं को जो कहा गया कि एव परदेसी हैं, इनकी बलि दी जाएगी ये उचित नहीं है। कोई भी जैन समझ हो, हिन्दू समाज हो उनके प्रति ऐसे शब्द का प्रयोग नहीं होना चाहिए।

ये है पूरा मामला

25 मई को बालोद के सरदार वल्लभ भाई पटेल मैदान में छतीसगढ़िया क्रांति सेना का कार्यक्रम आयोजित था। इसमें संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल ने जैन मुनियों पर मंच से टिप्पणी की। जैन समुदाय के लोगों को बाहरी बताकर इनका विरोध किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो जैन समाज ने बघेल की बातों पर कड़ी आपत्ति जताई। अब उसी बयान की वजह से पूरे प्रदेश में बवाल मचा हुआ है।