अंतरिक्ष पाश्र्वनाथ शिरपुर में ताला तोड़ा गया या खोला गया, क्या हुआ? आचार्य श्री पर गलत टिप्पणी वाले रहे सावधान!

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15 मार्च 2023/ चैत्र कृष्ण अष्टमी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/ शरद जैन/EXCLUSIVE
मंगलवार, 14 मार्च दोपहर होने से पूर्व, लगभग 11:02 पर, अचानक सैकड़ों की भीड़ मुख्य द्वार से होते हुए अंतरिक्ष पारसनाथ की तीसरी वेदी सहित, अन्य वेदियों के दर्शन करने के लिए, धड़ाधड़ प्रवेश करती गई । अचानक कुछ क्षण के लिए सन्नाटा छा गया था। आखिर हुआ कैसे? श्वेतांबर कमेटी ने ताले की चाबी नहीं दी थी।

लोग आवाज लगा रहे थे: ताला खोलो दर्शन दो। पर एक दिन पहले जो ताला लगाया था, उसको खोलने के लिए कोई तैयार नहीं था। पर अचानक क्या हुआ कि लगे ताले के बावजूद, लोग प्रवेश करते गए शोर मचा दिया गया कि आज एक संप्रदाय ने बाहुबल के चलते, अंतरिक्ष पारसनाथ जी का मुख्य द्वार का ताला तोड़ दिया। इस तरह के अनेक पोस्ट वायरल भी हुए। ब्लैक डे, शेम , आदि कई शर्मसार टिप्पणियों के साथ।

तो आखिर ताला किसने तोड़ा जब ताला खोला नहीं गया, तो ताला टूटा ही होगा। किसी नेता ने तोड़ा? कुछ तो जैन साधु तक पर उंगली उठाने से बाज नहीं आ रहे थे।
बहुत भद्दी टिप्पणियां इस समय जगह-जगह से की जा रही है। इन पोस्ट की लिंक प्रधानमंत्री कार्यालय, पुलिस विभाग, अन्य प्रशासनिक विभागों को भी ताबड़तोड़ भेजे जा रहे हैं।

सभी के वंदनीय आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज के प्रति की जा रही अभद्र टिप्पणियों को कोई जैन तो क्या, जैन भाई भी स्वीकार नहीं करेगा। यह वे संत है , जो सभी के आदरणीय हैं, सम्मानीय हैं, पूजनीय है, तब जैनों की तो बात ही अलग है।

एक और नया झूठा आरोप लगाया गया कि दिगंबर भाइयों ने अंतरिक्ष पारसनाथ प्रतिमा के आगे, एक छोटी प्रतिमा जानबूझकर अब रख दी है। इसका भी खुलासा चैनल महालक्ष्मी प्रमाण के साथ सभी के सामने रखेगा।

दरवाजा खुलने के वीडियो के साथ, इन सब बातों का, आज चैनल महालक्ष्मी अपने बुधवार रात्रि 8:00 बजे 15 मार्च के शिरपुर अंतरिक्ष पारसनाथ, भाग 4, में खुलासा करेगा।

देखिएगा जरूर, जब ताला खोला नहीं गया, और यह भी कह रहे ताला तोड़ा नहीं गया , तो बंद दरवाजे से कैसे निकल गए हजारों लोग । आपको यह तस्वीर दिखाते हैं जिसमें आप सब कुछ अपने आप समझ जाएंगे।

कल रात्रि 11:00 बजे तक सूचना के आधार पर 6000 से ज्यादा भक्तों ने दर्शन किए और अब भी लगातार दर्शन हो रहे हैं। आज सुबह श्वेतांबर संप्रदाय के कुछ साधुओं ने भी बड़ी शांति से, प्रेम से दर्शन किए और इस समय लगातार प्रेम का वातावरण बना हुआ है।

कोई तनाव नहीं, कोई टेंशन नहीं, सब आराम से दर्शन कर रहे हैं और ध्यान रहे 24 घंटे दर्शन के लिए खुला है । आज सुबह ही निर्यापक श्रमण श्री योग सागर जी महाराज ससंघ भी शिरपुर में प्रवेश कर चुके हैं।

एक बात और , कल चैनल महालक्ष्मी पर विभिन्न पोस्टों से यह भी आरोप लगाए गए कि चैनल महालक्ष्मी किस दावे से यह कहता है कि यहां पर 24 घंटे दर्शन के लिए दरवाजे खुले रहेंगे। इस तरह की अनर्गल बातों के बारे में चैनल महालक्ष्मी, आज अपने एपिसोड में उस 118 साल पहले के करार की प्रति भी दिखाएगा , जिसमें दोनों के बीच में क्या सहमति हुई थी, जो पहली बार सभी के सामने प्रस्तुत होगी। कई नई जानकारियां , आज 15 मार्च, रात्रि 8:00 बजे के शिरपुर अंतरिक्ष पारसनाथ, भाग 4 एपिसोड में, जरूर देखिएगा।