फिरोजाबाद नसियां जी मंदिर में संस्कृति तार-तार – मुनिश्री की हत्या की साजिश का आरोप ॰ मुनिभक्त पर रॉड से हमला, सिर फोड़ा

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॰ मुनि श्री दोषी का कॉलर पकड़ने को मजबूर
॰ समाज पहुंचा थाने और थाना पहुंचा मंदिर में
॰ मंदिर भवन को मैरिज हॉल मत बनाओ
॰ मुनि श्री अनशन को मजबूर
॰ जबरन विहार की कोशिशें, समाज आक्रोशित
॰ कमेटियां मंदिर की मालिक या सेवक?
04 फरवरी 2025/ माघ शुक्ल पंचमी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी / शरद जैन /
फिरोजाबाद का प्राचीन रत्नत्रय दिगम्बर जैन मंदिर नसियां जी, जिसके उत्थान के लिये मुनि श्री अमित सागरजी ने कई बरस दिये, आज वहीं की कमेटियां उस नीचता तक उतर आई कि एक मुनि भक्त ने यहां तक आरोप लगा दिया कि आज कुछ कमेटी के चेहरे, मुनि श्री की हत्या करने की कोशिशों में लगे हैं और 30 जनवरी की रात 30-40 हथियार बंद लोगों ने ऐसी ही साजिश रच डाली।

मुनि भक्त मुन्ना भाई के अनुसार उस दिन वह चूड़ी के कारोबार के लिए फिरोजाबाद आया, सोचा साथ ही गुरुजी के दर्शन भी कर लूं और इसीलिए नसियां जी मंदिर आया, वहां अपने पानीपत के एक कारोबारी से कमरे में बात कर रहा था। तब उसे पता चला कि मंदिर में कई हथियार बंद लोग जमा हो गये हैं। चैनल महालक्ष्मी को उन्होंने उनमें से कई के नाम भी बतायें। उनमें कई अजैन भी थे। पहले वो महाराज जी के कमरे की तरफ गये। खतरे की स्थिति देख उस कमरे के भीतर मोहित ने कुंडी लगा ली, फिर वो पीछे के दरवाजे पर पहुंचे, पर मोहित ने पहले ही उधर की कुंडी लगा ली थी। अब वो उस कमरे की ओर बढ़े जहां मुन्ना ठहरे हुए थे।

गेट खुला था, तीन – चार डंडे लेकर घुसे, उस डंडे में लोहे की कीलें लगी हुई थी। बाकी दरवाजे केबाहर कुंडी लगाकर खड़े हो गये। मुन्ना जी कुछ समझते, उससे पहले उनको पकड़ धड़ाधड़ मारना शुरू कर दिया। सिर फट गया। इस बीच मंदिर की लाइटें भी बंद कर दी गई। सारिका दीदी ने उनके चिल्लाने की आवाज सुन महाराज श्री को बताया कि कोई मार रहा है। महाराज तुंरत बाहर निकले और जब दोषी का कॉलर पकड़ कमरे में ले जाने लगे। ‘चल कमरे में, डीआईजी आकर ही फैसला करेंगे।’ कमेटी वाले शायद यही चाहते थे, वो उसका वीडियो बनाने लगे, दूसरे मुनि भी कमेटी के साथ हो गये। उस वीडियो को वॉयरल कर दिया गया।

इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी चैनल महालक्ष्मी को सारिका दीदी ने दी। मुनि श्री की अमित सागरजी ने अपनी दीक्षा के 41 वर्ष में से काफी समय इस क्षेत्र को दिया है। इन्हीं के द्वारा पीडी जैन ग्राउण्ड को कब्जे से बचाया गया। आपके द्वारा ही इसी नसिया जी में पूरे देश से जिनवाणी सहित अन्य ग्रंथों को एकत्रित करके उनके लिये ग्रंथालय बनाया। पर 2020 कोरोना काल में कमेटी के कुछ लोगों द्वारा कई जिनवाणी यमुना में फिंकवाई गई, नष्ट की गई, जला दी गई और कई तो बाथरूम तक में डाल दी गई। (तब भी चैनल महालक्ष्मी ने आवाज उठाई थी)।

अब उन्हीं महाराज को मारने के धमकी भरे पत्र तक लिखे गये हैं। कमेटी स्वाध्याय कक्ष को मैरिज हॉल बनाने पर तुली है। डाआईजी के समक्ष 31 जनवरी को समाज की उपस्थिति में दोनों की बाते हुर्इं। फैसला हुआ कि दोनों पक्ष शांत रहेंगे। पर जो मारपीट-हमले हुये हैं, उनकी पूरी जांच होकर कार्यवाही होगी। इतने में कमेटी का एक सदस्य बोला – महाराज जी का यहां से विहार करा दो। बस फिर तो हंगामा मच गया। पुलिस उसे वहां से ले गई, तब मामला शांत हुआ। इस बारे में पूरी जानकारी के लिये चैनल महालक्ष्मी के एपिसोड नं. 3131 व 3133 देख सकते हैं, जिनमें दोनों पक्षों से सीधी बात की गई।

सान्ध्य महालक्ष्मी चिंतन
आज मंदिर कमेटियां सेवक की बजाय मालिक बनने की कोशिश करती है। इसमें वो पूजनीय संतों को भी नहीं छोड़ते। जिनालयों का, संतों का निरादर करना, उनका खेल-सा बन गया है। इस पर चिंतन-मनन और एक होकर कोई निर्णय करना जरूरी हो गया है। कुंडलपुर-फिरोजाबाद की घटनाओं की जितनी निंदा की जाये, वो कम है। पहले भी ऐसी घटनायें सामने आती रही हैं।