ईस्ट इंडिया कम्पनी ने आज से 203 वर्ष पूर्व 1818 में बैसाख शुक्ल तृतीया यानि अक्षय तृतीया के अवसर पर यह विशेष ‘एक आना’ की मुद्रा जारी की थी।
इस पर एक तरफ ईस्ट इंडिया कम्पनी, वर्ष 1818 तथा मूल्य ‘एक आना’ लिखा है तथा दूसरी ओर दिगम्बर महामुनिराज को आहार लेते दर्शाया है जो महल के आंगन से स्पष्ट संकेत करता है कि हस्तिनापुर में राजकुमार श्रेयांस प्रथम तीर्थंकर श्री आदिनाथ जी को महामुनिराज के रूप में इक्षुरस के रूप में आहार दे रहे हैं।
पीछे राजा सोमप्रभ इक्षु रस लाते हुए दिख रहे हैं।