28 मई 2022/ जयेष्ठ कृष्णा चतुर्दशी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
प्रथम तीर्थंकर श्री आदिनाथ जी के 50 लाख करोड़ सागर बीत जाने के बाद, विजय नामक अनुत्तर विमान में , अपनी आयु पूर्ण कर, दूसरे तीर्थंकर श्री अजीत नाथ जी अयोध्या के तत्कालीन राजा जितशत्रु की महारानी विजयारानी के गर्भ में आए। वह दिन था, जेष्ठ कृष्ण अमावस और उनके गर्भ में आने से 6 माह पूर्व भी सौधर्मेंद्र की आज्ञा से कुबेर ने राजमहल पर तीनों पहर में साढ़े 3 करोड़ रत्नों की बरसात शुरु कर दी थी, जो उनके जन्म तक जारी रही।
आपकी आयु 72 लाख वर्ष पूर्व थी और कद था 450 धनुष ऊंचा। चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी के साथ मिलकर बोलिए दूसरे तीर्थंकर श्री अजीतनाथ जी के गर्भ कल्याणक की जय जय जय ।