हो गई शुरुआत अहिंसा रथ की जन-जन में जागरण के लिए गुलाबी नगरी से आचार्य श्री सुनील सागर जी ससंघ के सानिध्य में और मुख्यमंत्री जी के द्वारा

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25 दिसंबर 2022/ पौष शुक्ल तृतीया /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी /
2023 में भगवान महावीर का 2550वां निर्वाणोत्सव पूरे विश्व में मनाया जाएगा। इस मौके पर पूरे वर्ष विश्वभर में आयोजन होंगे। इसी कड़ी में भगवान महावीर के सिद्धांतों को जन जन तक प्रसारित करने के जिए जयपुर के वैशाली नगर से एक रथ देश में भ्रमण के लिए कर दिया ।

शनिवार, 24 दिसंबर को गुलाबी नगरी, राजस्थान की राजधानी, जयपुर के वैशाली नगर स्थित श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर से आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज ससंघ और आचार्य श्री शशांक सागर जी ससंघ के सानिध्य में , राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी तथा कृषि मंत्री लालचंद कटारिया जी के द्वारा अहिंसा रथ को हरी झंडी दिखाकर देशभर में 70000 किलोमीटर की यात्रा के लिए रवाना कर दिया ।

यह दिन था तपस्वी सम्राट आचार्य श्री सन्मति सागर जी महाराज जी के 13वे समाधि दिवस का , और तीर्थंकर महावीर स्वामी जी के 2550 वे निर्माण महामहोत्सव के उपलक्ष में इस अहिंसा रथ को पहले राजस्थान और तमिलनाडु तक और उसके बाद अन्य राज्यों में तीर्थंकर श्री महावीर स्वामी जी के विश्व के कल्याण के लिए बताए गए मार्ग और संदेश तथा विशेषकर अजैन भाइयों में अहिंसा, सत्य , अपरिग्रह, जियो और जीने दो आदि का शंखनाद करने के लिए, इस रथ की रवानगी के अवसर पर मुख्यमंत्री गहलोत जी ने कहा कि राजस्थान में भगवान महावीर और गांधीजी के सिद्धांतों को जन जन तक पहुंचाने के लिए देश में पहली बार राजस्थान में अहिंसा और शांति विभाग अलग से बनाया गया है। इसके माध्यम से लोगों में भाईचारा और प्रेम की भावना विकसित हो सके। इस प्रकार के कार्यक्रम नियमित आयोजित हो रहे हैं ।

श्री भगवान महावीर 2550 वां निर्वाण महोत्सव समिति के अध्यक्ष डॉ मणीन्द्र जैन के साथ चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी टीम को भी, इस रवानगी के साक्षी बनने का सौभाग्य मिला। आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज ने कहा कि भगवान महावीर स्वामी ने, जो अहिंसा और जियो और जीने दो , का संदेश विश्व को दिया है ,वह जैन समाज के लिए ही नहीं, आज जन जन के कल्याण के लिए है, हितकारी है । सभी को परस्पर प्रेम एवं सहयोग की भावना से, अपने जीवन में सदा कृत्य करने चाहिए। किसी से घृणा और द्वेष नहीं रखनी चाहिए , और ना ही किसी की आलोचना या निंदा करनी चाहिए । इस अवसर पर आचार्य श्री सुनील सागर जी ने तपस्वी सम्राट आचार्य श्री सन्मति सागर जी के जीवन के मुख्य बिंदुयों पर भी विचार व्यक्त किए तथा स्वतंत्रता सेनानी और जैन समाज के पुरोधा अर्जुन लाल सेठी जी के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान और शिक्षा के प्रति उनकी कार्यशैली और लगन को देखते हुए, मुख्यमंत्री जी से किसी राजकीय भवन का नाम, उन पर रखने की बात भी कही और इस अवसर पर कृषि मंत्री कटारिया जी ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि जल्द जैन बोर्ड का गठन किया जाए, जिस पर मुख्यमंत्री जी से आश्वासन मिला कि वह जल्द ही इस पर विचार कर जैन बोर्ड के गठन का निर्णय करेंगे।

श्री भगवान महावीर 2550 वां निर्वाण महोत्सव समिति के अध्यक्ष डॉ मणीन्द्र जैन ने समाज को इस अहिंसा रथ के देशभर में भ्रमण की रूपरेखा बताई। विश्व को अहिंसा और शाकाहार का संदेश देने वाले भगवान महावीर के आगामी वर्ष 2023 में 2550वां निर्वाणोत्सव विशाल स्तर पर मनाया जाएगा। इस मौके पर पूरे वर्षभर आयोजन होंगे। इसके बाद यहां से तमिलनाडु जाएगा। वहां लोगों को जागरूक करने के बाद आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, गोवा होते हुए अगले साल अक्टूबर में यह रथ दिल्ली में पहुंचेगा। इस बीच रथ की अगुवानी पुणे में अन्ना हजारे सहित कई जाने—माने लोग करेंगे।

दिल्ली में रथ की अगुवानी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। रथ के माध्यम से अहिंसा, शाकाहार, ब्रह्मचार्य, पर्यावरण के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा। वहीं विश्व शांति व सौहार्द का प्रचार—प्रसार किया जाएगा। यह रथ देश के प्रमुख शहरों, कस्बों एवं गांवों में लगभग 70 हजार किलोमीटर की अपनी आध्यात्मिक यात्रा पूरी करेगा।

इस अवसर पर चैनल महालक्ष्मी के शरद जैन ने आचार्य श्री के दिल्ली आने की संभावना, तथा दिल्ली वालों से चर्या संबंधी प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि आचार्य गुरुवर दिल्ली वह धर्म नगरी है जहां हर कोई , हर संत की चर्या के अनुसार ढल जाता है और उनकी चर्या को निभाने के लिए पूरी तरह समर्पित रहता है । यही नहीं ,उन्हीं के परम सानिध्य में दिल्ली में आगामी तीर्थंकर महावीर स्वामी जी के जन्म कल्याणक और 2550 महानिर्वाण महोत्सव मनाने के लिए भी अनुरोध किया। आशा है कि आचार्य श्री ससंघ का दिल्ली में प्रवेश एक अप्रैल के आसपास हो सकेगा। आज जयपुर में श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटन की परिधि से निकालकर तीर्थ क्षेत्र घोषित करने की आवाज के लिए एक बड़ी रैली का भी आयोजन किया गया।

इसकी पूरी रिपोर्ट चैनल महालक्ष्मी के 25 दिसंबर के सांय 8:00 के एपिसोड में आप जान सकते हैं।