हम सभी प्रतिदिन देवदर्शन हेतु जिनालय आते हैं, पर क्या हमारा जन्म केवल दर्शन व पूजन के लिए ही हुआ है- आचार्य श्री अतिवीर जी

0
738

प्रशममूर्ति आचार्य श्री 108 शांतिसागर जी महाराज (छाणी) परंपरा के प्रमुख संत परम पूज्य आचार्य श्री 108 अतिवीर जी मुनिराज के परम पावन सान्निध्य में फरीदाबाद सेक्टर-10 स्थित श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर के 19वें वार्षिक रथयात्रा महोत्सव एवं आदिनाथ निलय उद्घाटन समारोह का भव्य आयोजन दिनांक 12 व 13 फरवरी 2022 को सानंद संपन्न हुआ| समारोह में धर्मयोगी संत क्षुल्लक श्री 105 योगभूषण जी महाराज का भी मंगल आशीर्वाद उपस्थित जनसमुदाय को प्राप्त हुआ| समस्त मांगलिक क्रियाएं पं. श्री अशोक जैन शास्त्री (दिल्ली) के विधानाचार्यत्व में विधि-विधान पूर्वक संपन्न हुईं| दिनांक 12 फरवरी को श्री वास्तु शुद्धि विधान एवं प्रेरक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया तथा दिनांक 13 फरवरी को प्रातः काल जिनाभिषेक व शांतिधारा के पश्चात् वार्षिक रथयात्रा नगर में निकाली गयी|

धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए पूज्य आचार्य श्री 108 अतिवीर जी मुनिराज ने कहा कि जिनमंदिर सम्यक्दर्शन की प्राप्ति हेतु सशक्त माध्यम होते हैं| नगर में संतों का आना महासौभाग्य का सूचक होता है| हम सभी प्रतिदिन देवदर्शन हेतु जिनालय आते हैं| पर क्या हमारा जन्म केवल दर्शन व पूजन के लिए ही हुआ है| आचार्य श्री ने आगे कहा कि मानव जन्म स्वयं पूज्य बन जाने हेतु मिला है| मोक्ष मार्ग पर बढ़ते हुए यदि स्वयं तीर्थंकर भी मिल जाएं तो उन्हें भी मार्ग से हटा देना श्रेयस्कर है| मोक्ष पद की प्राप्ति के लिए सर्वप्रथम अपने भीतर सम्यक्त्व की ज्योति को प्रज्जवलित करें| क्षुल्ल्क श्री 105 योग भूषण जी ने इस अवसर पर समस्त समाज को शुभाशीर्वाद देते हुए कहा कि संत भवन बनाना अच्छा है परन्तु इसे किसी संत या पंथ विशेष से मत जोड़ देना| सभी संतों का समान भाव से आदर-सत्कार करना श्रावक का परम कर्त्तव्य है|

पूजनीय संतों के सान्निध्य में श्री सतीश जैन श्रीमती सीमा जैन (सी.बी.एस. पब्लिशर्स) के कर-कमलों द्वारा नवनिर्मित व सर्व-सुविधायुक्त श्री आदिनाथ निलय (संत भवन) का लोकार्पण किया गया| इस अवसर पर परिवहन मंत्री व विधायक श्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि जैन समाज हमेशा से सामाजिक व धार्मिक कार्यों में अग्रणी रहा है| 19वें वार्षिक महोत्सव के अवसर पर निकली भव्य रथयात्रा का नगर के मुख्य मार्गों पर जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया| रथयात्रा में मनमोहक झांकिया, भजन मंडलियां, बैंड, नफ़ीरी-ताशा, घोड़े, बग्गी व श्रीजी का रथ सम्मिलित थे| भक्तों ने उत्साहपूर्वक कार्यक्रम में सम्मिलित होकर ऐतिहासिक रूप प्रदान किया| उल्लेखनीय है कि सेक्टर-10 से पूज्य आचार्य श्री का मंगल विहार एन.आई.टी. डबुआ कॉलोनी स्थित श्री आदिधाम जिनालय के लिए होगा जहाँ रविवार, दिनांक 20 फरवरी 2022 को छठवें तीर्थंकर श्री पद्मप्रभ स्वामी के मोक्ष कल्याणक दिवस के अवसर पर श्री भक्तामर विधान व निर्वाण लाडू समर्पण समारोह का भव्य आयोजन किया जायेगा|