मंगसिर शुक्ल एकादशी को ही , जो 25 दिसंबर को है 21 वे तीर्थंकर श्री नमिनाथजी को, 9 माह के तप के बाद, वकुल वृक्ष के नीचे, केवल ज्ञान की प्राप्ति हुई। आपका केवली काल 2491 वर्ष का था, यानी एक ही दिन में 2 तीर्थंकर के तीन कल्याणक हुए ।
बोलिए श्री नमिनाथ तीर्थंकर जी की जय।
अब भी नहीं जागे तो 30-40 साल में जैन कुछ समय...
॰ हर दिगंबर जैन एक रुपया रोज इकट्ठा करें, तो 180 करोड़ हर साल मिलेंगे तीर्थक्षेत्र कमेटी को
॰ चैनल महालक्ष्मी की तरह तेज पत्रकार...