ट्रक के नीचे संतो का डेरा -यही है मस्ती की जिंदगी
गुरूदेव ओर शिष्य की जोड़ी ओर चेहरे पर ग़ज़ब की मुस्कुराहट एक विहार के दौरान 👣देख ने मिली…
ना कोई लाचारी, ना कोई दीनता
नित्य मुख पर…नितरती प्रसन्नता—
धन धन मुनिवारा..
इस फोटो में जो वृद्ध मुनिराज है वो श्री जितशेखर विजयजी म.सा.है। वर्तमान में 1700 संलग आयंबिल तप चल रहे हैं, अद्भुत प्रसन्नता …. और छोटे मुनिराज है वो श्री ऋजुशेखरविजयजी म.सा. मुनिराज हैं, जो गिरनार महातीर्थ पर पूज्य हेमशेखरजी म.सा.(बचुभाई)के साथ बाल दीक्षा हुई थी यह बालमुनि..
श्रमणी गणनायक प.पू.आचार्य भगवंत श्री विजय अभयशेखरसूरीश्र्वरजी म.सा. के शिष्य हैं