मधुबन आने वाले जैन तीर्थयात्रियों में हड़कंप उस वक्त से मचने लग गया, जब अचानक से सोशल मीडिया समेत जैन चैनल आदि में मुनि श्री 108 प्रमाण सागर जी महाराज द्वारा मधुबन स्थित गुणायतन के 33 कर्मचारी कोरोना संक्रमित होने की बात ऑनलाइन वीडियो में बोलते दिखाई दिए।
इतना ही नहीं ऑनलाइन वीडियो के माध्यम से मुनि श्री द्वारा यह भी कहा कि यदि मधुबन में कोविड-19 कई जांच की जाए तो यह आंकड़ा 300 के पार जा सकती है। मुनि श्री ने पारसनाथ मधुबन आने वाले तीर्थयात्रियों से कहा है की कोविड का तीसरा लहर दस्तक दे चुका है।
सरकार की गाइडलाइन भी जारी हो चुकी है, एक के बाद एक कर सभी राज्य एक बार फिर लॉकडाउन के लिए तैयार है। ऐसे में तीर्थयात्री पारसनाथ शिखरजी की ओर न ही आएं तो बेहतर होगा। गुणायतन संस्था के भीतर एक कर्मचारी के तबियत बिगड़ने पर हुआ कोरोना जांच रैपिड टेस्ट जिसमें संक्रमित पाया गया।
बीमार कर्मचारी उसके बाद सबके टेस्ट किया जाने लगा और देखते ही देखते एक के बाद एक कर कुल 33 संक्रमित गुणायतन में मील गए, जिन्हें आइसोलेट कर दिया गया है।
इस ऑनलाइन वीडियो का असर ऐसा हुआ कि देखते ही देखते मधुबन में आए हुए तीर्थयात्री तो वापस अपने-अपने शहर की ओर लौट ही गए। आने वाले तीर्थयात्रियों ने भी अपना रेलवे टिकट रद्द करवा दिया। एक बार फिर से मधुबन के मंदिर समेत धर्मशाला बाजार आदि में सन्नाटा का माहौल दिखने लगा है।
-भास्कर से साभार
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