जंगल में मंगल- जहां सामाजिक, धार्मिक व राजनीति का संगम होता है वहां मंगल ही मंगल होता है- सारे तीर्थ बार-बार, #चंद्रोदय तीर्थ एक बार

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दिगंबर जैन समाज के प्रसिद्ध चंद्रोदय तीर्थ क्षेत्र चांदखेड़ी में रविवार को अंतिम दिन मोक्ष कल्याणक के साथ 6 दिवसीय पंच कल्याणक महोत्सव का समापन हुआ। मुनि पुंगव श्री सुधासागर, मुनि प्रसाद सागर सहित कुल 9 मुनिराजाें के ससंघ सानिध्य में भगवान की मोक्ष कल्याणक क्रियाएं संपन्न हुईं। इस माैके पर देश-विदेश से पहुंचे हजाराें श्रावको ने अादिनाथ भगवान के दर्शन किए।

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व सांसद दुष्यंतसिंह ने भी समाराेह में शिरकत की तथा तीर्थ स्थल के दर्शन करने के साथ यहां 32 फीट ऊंचे मैसूर की शीशम की लकड़ी से बने दरवाजे व कीर्ति स्तंभ का उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने सुधासागर महाराज सहित मुनिसंघ का आशीर्वाद लिया। इस समाराेह को लेकर चांदखेड़ी तीर्थ में भव्य सजावट की गई।

सभी प्रतिमाओं की वेदी प्रतिष्ठा संपन्न -मोक्ष कल्याणक के साथ समाराेह का हुआ समापन
रविवार को इस छह दिवसीय पंचकल्याणक म होत्सव का मोक्ष कल्याणक के साथ समापन हुआ। इस दौरान सिद्धगुणारोपन विधि, सिद्ध पूजन, मोक्ष कल्याणक पूजन, विश्व शांति महायज्ञ, छत्र चंवर, भामंडल स्थापना के बाद प्रतिष्ठित जिन बिम्बों की वेदी में स्थापना, शिखरोपरि, कलशारोहण, ध्वजारोहण आदि समस्त क्रियाएं मुनि पुंगव श्री सुधासागर महाराज व प्रतिष्ठाचार्य प्रदीप भैय्या सुयश ने विधिपूर्वक करवाई। दोपहर 2 बजे से महाराज श्री के ससंघ सानिध्य में सभी प्रतिमाओं की वेदी प्रतिष्ठा संपन्न हुई।

पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने कहा मुनि पुंगव श्री सुधासागर ने जंगल में मंगल कर दिया, मुनि पुंगव श्री सुधासागर सुधासागर महाराज बाेले- जहां सामाजिक, धार्मिक व राजनीति का संगम होता है वहां मंगल ही मंगल होता है

21 वर्ष पूर्व चांदखेड़ी वीरान जंगल था,जहां सामाजिक, राजनीतिक एवं धर्मं का त्रिवेणी संगम होता है वहां मंगल ही मंगल होता है
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि 21 वर्ष पूर्व चांदखेड़ी वीरान जंगल था। महाराजश्री सुधासागर महाराज ने इसमें मंगल ही मंगल कर दिया। यहां का कायाकल्प कर दिया। इस पर मुनि ने कहा जहां सामाजिक, राजनीतिक एवं धर्मं का त्रिवेणी संगम होता है वहां मंगल ही मंगल होता है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री से कहा आप शुरू से गुरू चरणों से जुड़े हो। 1992 में अशोकनगर में आप अपनी मां राजमाता विजया राजे के साथ पूरे पंचकल्याणक रुके थे। जब मुनि भी राजस्थान में आए, उसी वक्त आप भी राजस्थान में आए। महाराज ने राजे एवं सभी श्रावको से कहा कि कभी भी नया कार्य शुरू करने से पहले एक श्रीफल बड़े बाबा के चढ़ा दो, निश्चित सफलता मिलेगी। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व सांसद दुष्यंतसिंह सहित पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल, विधायक नरेंद्र नागर, गोविंद रानीपुरिया व कालूराम मेघवाल के साथ कई जनप्रतिनिधियाें ने सुधासागर महाराज से आशीर्वाद लिया।

मुनि पुंगव श्री सुधासागर महाराज ने दिया सूत्र-सारे तीर्थ बार-बार, चंद्रोदय तीर्थ एक बार
मुनि पुंगव श्री सुधासागर महाराज ने म होत्सव के दाैरान धर्मसभा में कहा कि जो व्यक्ति जीवन में किसी तीर्थ के दर्शन नहीं कर सके, लेकिन वह एक बार चांदखेड़ी के दर्शन कर सभी सिद्ध क्षेत्र के दर्शन का पुण्य अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जैन धर्म में जितने भी तीर्थकर जहां-जहां से मोक्ष पधारे हैं उन सब की प्रतिमाएं आज चंद्रोदय तीर्थ में स्थापित हो रही हैं। इसलिए उन्होंने श्रावको काे “सारे तीर्थ बार-बार, चंद्रोदय तीर्थ एक बार’ का सूत्र दिया।

मन वचन काया से मैं भी इतना पावन हो जाऊ कि तीर्थंकर की भांति ही मेरी मृत्यु भी पावन हो जाए। मुनि सुधा सागर महाराज ने दिव्य देशना में कहा कि तीर्थंकर जन्म से पवित्र शरीर लेकर जन्म लेते हैं और निर्वाण तक भी पवित्र रहते हैं। उन्हाेंने कहा कि इतने असीम पुण्य के बाद ही वह तीर्थंकर बनते हैं। उन्होंने कहा कि जब एक सिद्ध भगवान के निर्वाण होने से क्षेत्र विशेष इतना महान एवं पवित्र तीर्थ बन जाता है तो चांदखेड़ी में सभी निर्वाण क्षेत्र के भगवान की आज प्रतिमाएं प्रतिष्ठित की हैं तो आज से यह महातीर्थ क्षेत्र बन गया है।

कीर्ति स्तंभ व 32 फीट ऊंचे दरवाजे का राजे ने किया उद्घाटन
पंच कल्याणक महोत्सव में धर्मलाभ लेने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पहले कीर्ति स्तंभ व इसके बाद सबसे ऊंचे 32 फीट के दरवाजे का फीता काटकर उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने इतने ऊंचे दरवाजे के बारे में विस्तार से जानकारी ली। तीर्थ कमेटी के अध्यक्ष हुकमचंद जैन काका ने बताया कि यह दरवाजा मैसूर की काली शीशम की लकड़ी से बना है। बाद में पूर्व मुख्यमंत्री ने भू गर्भ में स्थित भगवान आदिनाथ के दर्शन किए। यहां उन्होंने करीब एक घंटा बिताया और तीर्थ की पूरी जानकारी ली।
– दैनिक भास्कर से साभार