अंतिम केवली श्रीधर स्वामी की निर्वाण भूमि और बड़े बाबा ऋषभदेव जिननाथ का पावन तीर्थ कुंडलपुर,मप्र में श्रमण-श्रमणियों का मेला जैसा लगा है विभिन्न स्थानों से विहार कर आती हुई साध्वियां कुण्डलपुर गुरुचरणों में पधार रही है, वर्तमान में सिद्धक्षेत्र पर विराजित श्रमण-श्रमणी संघ
महदाचार्य विद्यासागर जी महामुनिराज (5 मुनि)
आर्यिका विज्ञानमति माताजी (9 आर्यिका)
आर्यिका गुरुमति माताजी (21आर्यिका)
आर्यिका तपोमति माताजी (10 आर्यिका)
आर्यिका गुणमति माताजी (3 आर्यिका)
कुल 5 मुनिराज 43 आर्यिकाएं
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